पूर्व पाकिस्तान कप्तान सलमान बट को स्पाट फिक्सिंग में लिप्त होने के कारण साढ़े तीन साल जेल की सजा मिली थी. वह ब्रिटिश सरकार के शीघ्र ‘कैदी रिहाई योजना’ के तहत जेल से बाहर निकले.
बट गुरुवार सुबह कैंटरबरी जेल से रिहा हुए. उनके जल्द से जल्द पाकिस्तान लौटने की संभावना है. उनके वकील यासिन पटेल ने बयान में कहा, ‘सलमान बट को पिछले कई महीनों से निजी और परिवार की तरफ से पीड़ा, तनाव, दबाव और अपमान सहना पड़ा.’ उन्होंने कहा, ‘वह स्वदेश लौटेगा, अपने परिजनों और रिश्तेदारों के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा.
जिस योजना के तहत बट को रिहा किया गया उसमें तुरंत ही देश छोड़ना होता है. ऐसी दशा में बट दस साल तक इंग्लैंड नहीं लौट पाएगा. बट के रिहा होने के बाद अब 2010 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को हिला देने वाले स्पाट फिक्सिंग कांड में सट्टेबाज मजहर मजीद ही जेल में बंद रह गए हैं. तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ छह महीने की सजा काटने के बाद मई में रिहा हो गए थे. युवा तेज गेंदबाद मोहम्मद आमिर ने तीन महीने जेल में बिताए थे. आसिफ और आमिर को बट के निर्देशों पर जान बूझकर नोबाल करने के लिये सजा दी गई थी. बट ने इसके लिए मजीद से करार किया था. इन्हें पिछले नवंबर में साउथवर्क कोर्ट ने दोषी पाया था. आईसीसी ने बट पर दस साल का प्रतिबंध लगाया है. क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था ने आसिफ और आमिर पर भी प्रतिबंध लगाया है.
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