बिहार में इस वर्ष सावन और भादो महीने में विशेष पौधरोपण अभियान चलाए जाएंगे। पूरे राज्य में 16 जुलाई से 9 अगस्त तक वन महोत्सव मनाया जाएगा। 1 से 9 अगस्त के बीच 20 लाख पौधों का मुफ्त वितरण किया जाएगा। यह घोषणा उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एनएच गेस्ट हाउस के सभागार में गुरुवार को पर्यावरण एवं वन विभाग की राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक में की।
श्री मोदी ने कहा कि सावन एवं भादो महीना वृक्षारोपण के लिए सबसे उपर्युक्त होता है। पूरे राज्य में व्यापक स्तर पर पौधों का वितरण किया जाए। वन प्रमंडल अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रखंड मुख्यालयों में पौधा-वितरण की तिथि निर्धारित कर लें। इसकी जानकारी के लिए विज्ञापन दिया जाए।
2 अगस्त को रक्षाबंधन के अवसर पर पूरे राज्य में ‘वृक्ष-रक्षासूत्र बंधन’ का कार्यक्रम एनजीओ, इको समितियों, वन समितियों और शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से आयोजित किया जाए। 9 अगस्त को ‘पृथ्वी दिवस’ के मौके पर पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए राज्यभर में इसका सफल आयोजन करने का निर्देश दिया। मोदी ने बिजली की खपत कम करने, स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने, पानी का सदुपयोग करने, पर्यावरण संतुलन बनाए रखने समेत दस सूत्री संकल्प की प्रतियां सभी स्कूलों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। ‘पृथ्वी दिवस’ के मौके पर सभी उच्च विद्यालयों में कम से कम 10 पौधे लगाए जाएंगे।
‘पर्यावरण संरक्षण के उपाय एवं दायित्व’ विषय पर निबंध, स्लोगन और कविता प्रतियोगिता कराने को भी कहा। बैठक में मनरेगा के माध्यम से वृक्षारोपण कराने की तैयारियों की भी समीक्षा की गई। इस दौरान ग्रमीण विकास विभाग के प्रधान सचिव ए. संतोष मैथ्यू ने वृक्षारोपण योजना की तकनीकी पक्ष की जानकारी दी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत वृक्षारोपण विषय पर राजधानी में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 20 जुलाई को कराया जाए. जिसमें ग्रामीण विकास विभाग के संबंधित अधिकारी हिस्सा लेंगे।
पर्यावरण एवं वन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने कहा कि बिहार सरकार की नर्सरियों में एक करोड़ पांच लाख पौधे इस वर्ष तैयार किए गए हैं। इसमें 20 लाख पौधों का मुफ्त वितरण होगा, 51 लाख विभिन्न योजनाओं के तहत लगाए जाएंगे और शेष पौधों की बिक्री की जाएगी। राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत वन-क्षेत्र, पथ-तट और नदी तट पर वृक्ष लगाए जाएंगे।
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