नरकटियागंज (बिहार) की खबर (8 जुलाई) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 8 जुलाई 2012

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (8 जुलाई)


राशन कालाबाजारी को लेकर केसरिया पंचायत के ग्रामीण हुए गोलबंद
मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार,बेलगाम डीलर,कालाबाजारी पर रोक लगााने मे अधिकारी नाकाम

नरकटियागंज में आपूर्ति विभाग पर कालाबाजारी करने वाले डीलर हावी ,अधिकारी लाचार ,डीलर बेलगाम जनता का त्राहिमाम कौन सुनेगा हे भगवान! प्रखण्ड अंतर्गत विभिन्न पंचायतो में डीलरों द्वारा राशन किरासन की कालाबाजारी करने तथा गरीब तबके के लोगों के राशन किरासन की हकमारी करने का खेल बेखौफ धड़ल्ले से जारी है ,लेकिन सबसे मजे की बात यह है कि इसकी शिकायत आपूर्ति विभाग सहित स्थानीय वरीय अधिकारियो तक पहुंचने पर भी दोषी डीलरों पर कार्रवाई करना तो दूर मामले की जांच करना अधिकारी मुनासिब नहीं समझते। कुछ ऐसा ही उदाहरण देखने को मिला है प्रखण्ड अन्तर्गत केसरिया पंचायत मे जहां डीलर इन्द्रजीत बैठा और दीपनारायण पटेल ने लाभार्थियो का छव माह का राशन कालाबाजार में बेंच डाला। पंचायत की मुखिया आशा देवी समेत सेैकड़ोंग्रामिणो ने नरकटियागंज अनुमण्डल कार्यालय पहुंचकर 29 नवम्बर 2012 को आवेदन देकर मामले की जांच करने व दोषी डीलरों पर कार्रवाई करने के लिए न्याय की गुहार लगायी ,करीब 7 माह गुजरने के बाद भी दोषी डीलरों पर कार्रवाई नहीं होने तथा ग्रामिणो को राशन नहीं मिलने पर सैंकडो ग्रामीणो ने मुखिया आशा देवी व उपमुखिया शुभनारायण प्रसाद का घेराव कर 30 अप्रैल 2012 को आक्रोश प्रकट किया। जिसकी सूचना मिलते ही तत्कालीन आईएएस प्रशिक्षु सह बीडीओ सह एमओ अवनीश कुमार सिंह उक्त डीलरों के यहां छापेमारी कर रदो बोरे मे रखे गये कूपन जब्त करते हुए पीडीएस दूकान सील कर डीलरो की अनुज्ञप्ति रद्द करने की बात कही ,लेकिन मजे की बात यह है कि तत्कालीन आईएएस प्रशिक्षु अवनीश कुमार सिंह के तबादले के बाद उक्त डीलरों पर कार्रवाई तो नहीं हो पाई लेकिन आपूर्ति विभाग में लूट खसोट का खेल बेखौफ जारी हो गया। इधर केसरिया पंचायत की मुखिया आशा देवी ने 29 मई 2012 को एसडीएम को आवेदन देते हुए मामले की जांच कर न्याय की गुहार लगायी,लेकिन 2 माह बीतने के बाद भी राशन कालाबाजारी मामले की जांचकर दोषी डीलरो पर कार्रवाई करना एसडीएम महमूद आलम ने मुनासीब नही समझा जिससे पंचायत के डीलरो के रवैये में कोई बदलाव नहीं आया और उनकी मनमानी और भी बढ गयी है । अगर जानकारो की माने तो आपूर्ति विभाग में प्रतिमाह करोड़ो रूपये की हंेराफेरी होती है,जिसमें स्थानीय आपूर्ति विभाग के अधिकारियो ,कर्मियो से लेकर वरीय अधिकारियो की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता । इधर केसरिया पंचायत की मुखिया आशा देवी और उप मुखिया  शुभनारायण प्रसाद ने बताया कि अब स्थानीय प्रशानिक महकमा से न्याय मिलने की उम्मीद टूट चुकी है । पंचायत के ग्रामिणो के साथ जनप्रतिनिधि भी इस मामले मे अब न्याय के लिए मुख्यमंत्री ,जिला पदाधिकारी ,प्रमण्डलीय आयुक्त सहित संबंधीत विभाग के वरीय अधिकारियो से मिलकर पूरे प्रकरण से अवगत कराने और दोषी डीलरो के विरूद्ध कार्रवाई की मांग करने का निर्णय लिया है । मुखिया आशा देवी और उपमुखिया शुभनारायण प्रसाद ने कहा कि अगर फिर भी इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो वे दोनो जनप्रतिनिधि अपने लोकतांत्रीक पद से त्यागपत्र दे देंगे।

दुर्घटना मे तीन घायल

शिकारपुर थाना के क्षेत्र मे दो घटनाओ में तीन किशोरो के जख्मी होने का समाचार मिला है । सभी घायलो का इलाज सरकारी अस्पताल नरकटियागंज में किया गया। मिली जानकारी के अनुसार नोनियाटोला निवासी सुरेश प्रसाद के 15 वर्षिय पुत्र रंजन कुमार साईकिल से नरकटियागंज से अपने घर जा रहा था कि पकड़ी ढाला के पास तेज गति से आ रहे मोटरसाईकिल की चपेट में आगया और बुरी तरह जख्मी हेा गया। दूसरी घटना नरकटियागंज शहर के पुरानी बाजार निवासी प्रभू यादव के 12 वर्षिय पुत्र सौरभ कुमार तथा पृथ्वी नाथ साह के 10 वर्षिय पुत्र रामपुकार कुमार सड़क के किनारे खेल रहे थे इसी दौरान मोटर साईकिल की चपेट में आ गये और घायल हो गये । वहां मौजूद लोगो ने उन दोनोे को सरकारी अस्पताल पहुंचाया जहां उनकी प्राथमिक चिकित्सा की गयी।

आईपीएस प्रोबेशनर को समारोह पूर्वक दी गयी विदाई
सुर्खियों मे रहा कुशल कार्यशैली ,तो विवादो मंे रहा अड़ियल रवैया 

शिकारपुर थाना में प्रशिक्षण के दौरान पदस्थापित प्रशिक्षु आईपीएस चंन्दन कुमार कुशवाहा के प्रशिक्षण अवधि 8 जुलाई 2012 को सम्पन्न होने के दौरान 7 जुलाई 2012 शनिवार को प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी का विदाई समारोह का आयोजन शिकारपुर थाना परिसर में किया गया। जिसकी अध्यक्षता अनुमण्डल पदाधिकारी महमूद आलम ने किया,जबकि संचालन राष्ट्रीय जनता दल के बेतिया जिलाध्यक्ष इफ्तेखार अहमद उर्फ मुन्ना त्यागी ने किया। 8 अप्रील 2012 को शिकारपुर थाना की बागडोर सम्हालने के दौरान प्रशिक्षु भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी चन्दन कुमार कुशवाहा की कुशल कार्यशैली को लेकर शहर वासियो के बीच काफी खुशी दिखी और वे लोकप्रिय हुए। होटलो में चल रहे शराब कबाब के दौर पर पूर्णतःरोक लगा,जुआ के अड्डो के संचाालन पर रोक लगी,शहर के चौक चौराहो पर हुड़दंगियों असमाजिक तत्वो,शराबियो सहित अवांछित तत्वो पर नकेल कसने की दिशा में प्रशिक्षु अधिकारी के कार्यशैली से शहर में स्थापित शांति व्यवस्था केा लेकर नगर वासियो ने सकून की सांस ली थी । लेकिन कुछ ही दिनो के बाद सबकुछ पुराने ढर्रे पर चलने लगा । जहां होटलो में खुलेआम शराब का दौर चलने लगा ,वही जुआ के अड्डे गुलजार हो गये ,चौक चौराहो पर असमाजिक तत्वो के जमावड,े़ शराब के नशे में धुत शराबियो का उत्पात सहित अपराधिक घटनाओ में इजाफा होने लगा । वाहन चंेंकिंग के दौरान प्रशिक्षु आईपीएस चन्दन कुमार कुशवाहा के द्वारा आम लोगो के साथ दुर्व्यवहार ,गाली गलौज करने व मार पीट करने को लेकर श्री कुशवाहा की कुशल कार्यशैली पर सवालिया निशान लगने शुरू हो गयें और देखते ही देखते श्री कुशवाहा के अड़ियल रवैये को लेकर शहर वासियो सहित दूर दराज गांव से आने वाले लोग भी उनके खौफ से उनकी गाड़ी देख कर ही गलियो के रास्ते खिसक लेने मे भलाई समझने लगे। हालाकि तत्कालीन प्रशिक्षु आईएएस अवनीश कुमार सिंह तथा प्रशिक्षु आईपीएस चन्दन कुमार कुमार कुश्वाहा के तालमेंल से अतिक्रमण सहित अन्य मामलो के निपटारे को लेकर आज भी प्रशिक्षु आईएएस श्री सिंह की चर्चा लोगो की जुबान पर है और लोगो से सुनने को मिल जाती है । लेकिन प्रशिक्षु आईपीएस श्री कुशवाहा की विवादित कार्यशैली शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

विवादो में रहे प्रशिक्षु आईपीएस कई मामले दर्ज 
पुलिस महानिदेशक ने दिया सम्मन

शिकारपुर थाना में पदस्थापित प्रशिक्षु आईपीएस अधिाकारी चन्दन कुमार कुशवाहा को शायद यह अंदेशा नही था कि नरकटियागंज से प्रशिक्षण अवधि समाप्त होने के बाद करीब आधा दर्जन मामले उनपर दर्ज हो जाएंगे और इसका बोझ उन्हे लेकर जाना पड़ेगा । प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी के वाहन जांच के दौरान युवा कांग्रेस के लोकसभा महासचिव बाबूजान अंसारी के साथ गाली गलौज करना व मारपीट करना तथा 27 जुलाई 2012 को नोटिस के जरिये शिकारपुर थाना में बुलाकर आई एस आई का एजेन्ट का आरोप लगाकर घण्टो पिटायी करने का मामला काफी सुर्खियो में रहा, जिसको लेकर बाबूजान अंसारी ने पूरे प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में पहुंचकर न्याय की गुहार लगायी थी जिसको गम्भीरता से ले ते हुए सीएम नीतीश कुमार ने पूरे प्रकरण के जांच का जिम्मा पुलिस महानिदेशक बिहार अभयानन्द को ससौंपा था। वही प्रशिक्षु आईपीएस श्री कुशवाहा के विरूद्ध बाबूजान अंसारी ने  बिहार मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज करायी थी। जिसको लेकर मानवाधिकार आयोग ने पत्रांक 6371 दिनांक30मई 2012को दोनो पक्षो को उपस्थित होने का निर्देश दिया था वहीं 27 जुलाई 2012 को आई एस आई का एजंेण्ट होने की बात कह  शिकारपुर थाना बुलाकर अंसारी की बेरहमी से पिटायी की गयी थी।जिसको लेकर बाबूजान ने सीजेएम बेतिया के न्यायालय में परिवाद संख्या 1475 सी /12 दर्ज कराया है । इधर शिकारपुर थाना के धुमनगर निवासी महम्मद इस्लाम ने भी सीजेएम बेतिया के न्यायालय मे परिवाद संख्या 853सी/12 दर्जकराते हुए पूछताछ के नाम पर प्रशिक्षु आईपीएस श्री कुशवाहा सहित अन्य पुलिसकर्मियो पर रात्री में घर में घुसकर महिलाओं व उसके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया तो दूसरी ओर बरवा निवासी शम्भू पासवान ने प्रशिक्षु आईपीएस श्री कुशवाहा द्वारा अतिक्रमण के नाम पर ग्रामिणो को भड़का कर झोपडी मे आग लगवा देने का,शिकारपुरथाना मे दर्ज काण्ड संख्या 129/12 में साजिश के तहत झूठे मुकदमें में फंसाने और जाति सूचक गाली देने का आरोप लगाते हुए बिहार मानवाधिकार आयोग पटना,बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग ,पुलिस अधिक्षक ,एसडीएम को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है । हालाकि  सबसे अहम मामला बाबूजान अंसारी को आई एस आई ाका एजेन्ट बताकर प्रशिक्षु आईपीएस श्री कुशवाहा के द्वारा पिटायी करने प्रकरण काफी सुर्खियो मे है जिसको लेकर बिहार के डीजीपी अभयानन्द ने प्रश्क्षिु आईपीएस श्री कुशवाहा को विगत दिनो पटना मुख्यालय तलब किया था । 



(अवधेश कुमार शर्मा) 

कोई टिप्पणी नहीं: