बेसहारा मरीजों के लिए पीएमसीएच में अलग वार्ड की व्यवस्था की जा रही है। इसमें अलग से विशेष व्यवस्था होगी जिससे उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी न हो। उनकी सेवा के लिए चिकित्सक और नर्स तो रहेंगी ही महिला और पुरुष अटेंडेंट भी हर शिफ्ट में तैनात रहेंगे।
गुरुवार को इसके संचालन के लिए प्राचार्य डॉ.एनपी यादव की अध्यक्षता में बैठक हुई और बेसहारा रोगी कल्याण समिति का गठन किया गया। बुधवार को बेसहारा वार्ड के लिए स्थान चिन्हित कर लिया गया था। बेसहारा वार्ड इमरजेंसी में ही बनेगा। इसके संचालन के लिए जो कमेटी गठित की गई है उनमें प्राचार्य चेयरमैन, अधीक्षक डॉ. ओपी चौधरी वाइस चेयरमैन, उपाधीक्षक डॉ. आरके सिंह सचिव, डॉ. सुधांशु कुमार सिंह वित्त सचिव और सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार, डॉ. राजीव कुमार सिंह, डॉ. सीएम झा, आलोक रंजन सदस्य बनाए गए हैं।
रोगी कल्याण समिति की पहल पर बेसहारा वार्ड का निर्माण किया जा रहा है। पटना मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. एनपी यादव ने बताया कि बेसहारा वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए एक फंड तैयार किया जाएगा। इसके लिए सरकार और आम जनता से भी डोनेशन देने की अपील की जाएगी। बेसहारा मरीज के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था और मौत होने पर शव को डिस्पोजल के लिए शव वाहन की व्यवस्था की जाएगी। इनके लिए दवा आदि की व्यवस्था बेसहारा रोगी कल्याण समिति करेगी। आठ महिला और पुरुष अटेंडेंट कांट्रैक्ट पर बहाल किए जाएंगे, जो मरीज की साफ-सफाई का ध्यान रखेंगे। इनको भुगतान रोगी कल्याण समिति करेगी। राज्य में पहली बार किसी सरकारी अस्पताल में 10 बेड का एसी बेसहारा वार्ड का निर्माण किया जा रहा है।
एनएमसीएच में भी बेसहारा वार्ड है पर वहां सिर्फ चार ही बेड है। बेसहारा मरीजों के सेवा में लगे सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार का कहना है कि जिस बेसहारा वार्ड का उद्घाटन होगा वे उसी दिन से अपना जन्म दिन मनाना शुरू करेंगें।
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