लश्कर ने सिखों के नरसंहार को अंजाम दिया था. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 9 जुलाई 2012

लश्कर ने सिखों के नरसंहार को अंजाम दिया था.


जम्मू-कश्मीर के छत्तीसिंहपुरा नरसंहार के पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था. यह खुलासा मुंबई हमलों के आरोपी अबु जिंदाल ने किया है. जिंदाल के मुताबिक लश्कर से जु़ड़े मुज्जमिल बट्ट ने सिखों के नरसंहार को अंजाम दिया था और लश्कर के ऑपरेशन की कमान मुज्जमिल बट्ट के हाथ में थी. 

सूत्रों के अनुसार, जिंदाल ने पूछताछ के दौरान बताया कि अपने सहयोगियों के साथ मुज्जमिल छत्तीसिंहपुरा गांव पहुंचा. उसके साथियों ने लोगों को घरों से घसीट कर निकाला और एक जगह इकट्ठा होने के लिए कहा. इसके बाद लश्कर के आतंकियों ने 35 सिखों की जान ले ली थी. 

यह घटना 25 मार्च 2000 की है जब छत्तीसिंहपुरा गांव में 35 सिखों की सामूहिक हत्या कर दी गई थी. इस घटना में सेना की वर्दी में कुछ हथियार बंद गांव में घुसे और कत्लेआम मचा दिया था. उस साल 26 मार्च को अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत आने वाले थे, जिससे भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की छवि को गहरा धक्का लगा था. घाटी में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाने के लिए इस नरसंहार को अंजाम दिया गया था. 

कोई टिप्पणी नहीं: