पटना संग्रहालय आने वाले पर्यटकों को जल्द मिलेगा एक और तोहफा। प्राचीन संस्कृति और विरासत के बारे में जानने के साथ ही उन्हें खाने-पीने के लिए एक कैफेटेरिया भी मिलेगा। पूरी तरह वातानुकूलित यह कैफेटेरिया सितंबर तक बनकर तैयार हो जाएगा। सहायक संग्रहालय अध्यक्ष डॉ. अरविंद महाजन कहते हैं कि इसके निर्माण में इसके स्थापत्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
इसका स्थापत्य पटना संग्रहालय के स्थापत्य की तरह ही होगा। इसके लिए राजस्थान से विशेष प्रकार के पत्थर भी मंगाए गये हैं। इसके रेलिंग के पत्थरों पर नक्काशी भी की जाएगी। कैफे टेरिया का निर्माण राज्य का पर्यटन निदेशालय कर रहा है।
निर्माण के बाद इसे संग्रहालय निदेशालय के अंतर्गत पटना संग्रहालय को सौंप दिया जाएगा। कुल एक हजार वर्गफीट में बन रहे कैफेटेरिया के निर्माण में कुल पचास लाख की लागत आ रही है। कैफेटेरिया में एक म्यूजियम शॉप भी होगा जहां पर्यटक बिहार की संस्कृति से जुड़े कुछ यादगार स्मृतिचिन्ह, किताबें,कैसेट्स और हस्तशिल्प की वस्तुएं खरीद सकेंगे। इसके लिए भारत सरकार के हैंडलूम एंड हैंडिक्राफ्ट कार्पोरेशन से बातचीत भी चल रही है।
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