अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने तीन भारतीय अमेरिकी वैज्ञानिकों समेत 96 शोधकर्ताओं को प्रेसिडेंशियल अर्ली करियर अवार्ड फॉर साइंटिस्ट एंड इंजीनियर्स पुरस्कार के लिए चुना है।
जॉन्स होपकिंस विश्वविद्यालय की श्रीदेवी वेदुला सरमा और मेसाचुसेटस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के पवन सिन्हा और पराग ए पाठक को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है जो उच्चतम विज्ञान और इंजीनियरिंग पेशेवर क्षेत्र में शुरुआती करियर में स्वतंत्र अनुसंधान के लिए प्रदान किया जाता है। ओबामा ने कहा कि विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में खोज से न सिर्फ हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है बल्कि यह हमें एक इंसान के तौर पर भी प्रेरित करती है। राष्ट्रपति ने कहा कि आज के पुरस्कार विजेताओं ने अपने करियर के शुरुआती दौर में यह महान उपलब्धि हासिल कर यह संकेत दिया है कि वह आगे भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवीन अनुसंधान करने वाले और सामुदायिक सेवा के क्षेत्र में वैज्ञानिक नेतृत्व के माध्यम से अपनी कुशलता प्रदर्शित करने वाले वैज्ञानिकों को सम्मानित करने के लिए वर्ष 1996 में इस पुरस्कार की स्थापना की गयी थी। एमआईटी में मस्तिष्क और चेतना विज्ञान विभाग में कम्प्यूटेशनल और दृश्य तंत्रिका विज्ञान के सहायक प्रोफेसर सिन्हा ने कंप्यूटर साइंस में नयी दिल्ली के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से स्नातक किया था। उन्होंने परास्नातक और डॉक्टरेट की डिग्री एमआईटी के कंप्यूटर साइंस विभाग से प्राप्त की है।
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