कर्नाटक बीजेपी के नेता बी.एस.येदयुरप्पा के आगे आखिरकार एक बार फिर बीजेपी झुक ही गई। मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा ने अपना इस्तीफा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी को सौंप दिया।गडकरी ने सदानंद के इस्तीफे को स्वीकर कर लिया है। येदयुरप्पा समर्थक जगदीश शेट्टार कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री होंगे। इसकी घोषणा खुद बीजेपी अध्यक्ष ने की। सूत्रों की मानें तो 16 जुलाई को जगदीश शेट्टार की मुख्यमंत्री पद पर ताजपोशी हो सकती है। जगदीश कर्नाटक में पिछले 4 सालों में तीसरे मुख्यमंत्री होंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदयुरप्पा की जिद के आगे झुकते हुए बीजेपी आलाकमान ने कर्नाटक के मौजूदा मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा को हटाकर उनकी जगह जगदीश शेट्टार को नया सीएम बनाने का फैसला कर लिया है। रविवार को सदानंद गौड़ा ने अपना इस्तीफा अध्यक्ष नितिन गडकरी को सौंपा। गडकरी ने सदानंद के इस्तीफे को स्वीकर कर लिया है और कहा है कि जगदीश शेट्टार कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह और अरुण जेटली सोमवार को कर्नाटक जाएंगे और विधायकों की बैठक लेंगे। वहां इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी। इसके बाद राज्यपाल से मिलकर जगदीश शेट्टार को मुख्यमंत्री बनाने का दावा पेश किया जाएगा।
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक पार्टी के सीनियर नेताओं ने अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए पहले से ही बी. एस. येदयुरप्पा समर्थक जगदीश शेट्टार को सीएम बनाने का मन बना लिया था। दरअसल, शेट्टार भी उसी लिंगायत समुदाय से आते हैं, जिससे येदयुरप्पा आते हैं। पार्टी किसी भी हालत में लिंगायत समुदाय के वोट नहीं खोना चाहती थी। हालांकि, सीनियर लीडर लालकृष्ण आडवाणी पहले इस पक्ष में नहीं थे, लेकिन उन्हें भी मना लिया गया।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि सदानंद गौड़ा को बदले में राज्यसभा सीट और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष का पद दिया जा सकता है। मुख्यमंत्री बनने से पहले सदानंद गौड़ा लोकसभा सांसद थे। कर्नाटक में बीजेपी के 4 साल के शासन में यह तीसरे मुख्यमंत्री हैं। सदानंद गौड़ा को 11 महीने पहले उस वक्त मुख्यमंत्री बनाया गया था, जब येदयुरप्पा को खनन मामले में लोकायुक्त की रिपोर्ट की वजह से इस्तीफा देना पड़ा था। उस वक्त येदयुरप्पा की जिद की वजह से ही गौड़ा को सीएम बनाया गया। उस वक्त गौड़ा को येदयुरप्पा समर्थक माना जाता था, लेकिन बाद में येदयुरप्पा गौड़ा से नाराज हो गए और गौड़ा को हटाने के लिए उन्होंने मुहिम छेड़ दी। पिछले महीने ही येदयुरप्पा समर्थक 9 मंत्रियों ने गौड़ा कैबिनेट से इस्तीफा देकर पार्टी पर दबाव बढ़ा दिया था।
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