भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा की मां नसीमा को ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन ने ओलंपिक में भाग लेने वाली टेनिस टीम का मैनेजर बना दिया है. नसीमा उन पांच लोगों के उस सपोर्ट स्टॉफ में शामिल है जो कि लंदन ओलंपिक में जाएंगे लेकिन इस नियुक्ति से ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन में एक नया विवाद खड़ा हो सकता है क्योंकि जिन पांच लोगों को लंदन जाना है उनमें से सिर्फ नसीमा को ही टेनिस के बार में विशेषज्ञता हासिल नहीं है.
सपोर्ट स्टॉफ का फैसला कुछ दिन पहले ही लिया गया था लेकिन एआईटीए ने सूची को दबाए रखा. जिस सपोर्ट स्टॉफ को लंदन भेजा जाना है उसमें डेविस कप के नॉन प्लेइंग कैप्टन एसपी मिश्रा,पेस के ट्रेनर संजय सिंह,महेश भूपति और रोहन बोपन्ना के ट्रेनिंग कंसल्टेंट और सोमदेव देवबर्मन के फीजियो मिलोस गेलेसिक शामिल है. एआईटीए की कार्यकारी समिति के सदस्य कर्नल रणबीर चौहान के मुताबिक सानिया की मां महिला टीम की कोच होगी. बाद में उन्होंने कहा कि सानिया की मां टीम मैनेजर होगी क्योंकि वह पहले भी मैनेजर रह चुकी है. उनकी मौजूदगी से महिला टीम को काफी फायदा होगा क्योंकि इतने बड़े आयोजनों का उनको काफी अनुभव है. हालांकि इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन को जो लिस्ट भेजी गई है उसमें सानिया की मां और एसपी मिश्रा को सिर्फ अधिकारी बताया गया है.
स्टार टेनिस खिलाडी सानिया मिर्जा ने कहा है कि ओलंपिक टीम में देश के नंबर एक खिलाड़ी लिएंडर पेस के साथ उनकी जोड़ी बनाए जाने से उठे विवादों के कारण उनके ग्रैंड स्लैम महेश भूपति के साथ रिश्ते भी तनावपूर्ण हो गए हैं लेकिन वह सब कुछ भूलकर ओलंपिक पर ध्यान केन्द्रित करना चाहती हैं. भूपति से रिश्ते पर सानिया ने कहा कि इस विवाद को दिमाग से निकालना मुमकिन नहीं है और इसकी वजह से मुझे नुकसान हुआ है. विवाद इस बात से शुरु नहीं हुआ था कि मैंने क्या कहा लेकिन मुझे भोगना पड़ा. मैं और भूपति लंबे समय से दोस्त हैं लेकिन इस विवाद के कारण इस दोस्ती में भी तनाव आया. ओलंपिक जोड़ी के बारे में उन्होंने कहा कि मैं फोरहैंड खेलती हूं और भूपति बैकहेंड खेलते हैं. इस कारण मैं उन्हें प्राथमिकता देती हूं लेकिन मैंने कभी यह नहीं कहा कि मैं किसी एक खिलाड़ी के ही साथ खेलना चाहती हूं या किसी दूसरे के साथ नहीं. मैं अपने देश के लिए किसी भी खिलाड़ी के साथ जोड़ी बनाकर खेलने के लिए तैयार हूं.
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