नेताजी सुभाष चंद्र बोस की घनिष्ठ सहयोगी रहीं कैप्टन लक्ष्मी सहगल का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। उन्हें दिल का दौरा पड़ने के बाद एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
आजाद हिंद फौज की महिला शाखा की पहली कैप्टन रहीं 97 वर्षीय लक्ष्मी सहगल का रक्तचाप शुक्रवार को खतरनाक स्तर तक गिर गया था। लक्ष्मी सहगल की बेटी और माकपा की वरिष्ठ नेता सुभाषिनी अली और उनके पौत्र और फिल्म निर्देशक शाद अली कानपुर में उनके साथ थे।
लक्ष्मी सहगल ने वर्ष 2002 में एपीजे अब्दुल कलाम के खिलाफ वामपंथी उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
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