अमेरिका के एक पूर्व वरिष्ठ सीआईए अधिकारी ने कहा है कि अल कायदा के कमजोर पड़ने के साथ हाफिज सईद का लश्कर ए तयबा दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी संगठन के तौर पर उभर कर सामने आया है और उसके संपर्क पाकिस्तानी सेना और आईएसआई से है।
वाशिंगटन स्थित थिंक टैंक बू्रकिंग्स इंस्टीट्यूशन के वरिष्ठ फेलो बू्रस रिडेल ने कहा कि लश्कर ए तयबा के 10 आतंकियों द्वारा किया गया मुंबई हमला 9 \11 के बाद का सबसे अहम और नये ढंग से किया गया हमला था। उन्होंने कहा कि हमले के तीन सालों के गुजर जाने के बाद भी लश्कर ने इसकी कोई बड़ी कीमत नहीं चुकाई है।
रिडेल ने कहा कि मुंबई हमला लश्कर को पाकिस्तान के पंजाब स्थित आतंकी संगठन से परिपक्व संगठन बनने की प्रक्रिया को रेखांकित करता है जो धर्मयोद्धा (क्रुसेडर) पश्चिम, यहूदीवादी इस्राइल और हिंदू भारत में से भारत को खास तौर पर निशाना बनाया। उन्होंने लश्कर ए तयबा के आतंकी अबू जिंदाल की गिरफ्तारी को बड़ी सफलता करार दिया। उन्होंने कहा कि जिंदाल को पकड़ने में सउदी अरब की भूमिका महत्वपूर्ण रही। उन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि मुंबई हमले ने दुनिया को बता दिया था कि लश्कर अब केवल भारत को निशाना बनाने वाला आतंकवादी गुट नहीं रहा। उसके नजर विश्व पर है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में लश्कर के लोग खुलेआम घूमते है, और वहां के सुरक्षा तंत्र में अनके अच्छे खास रिश्ते है।
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