बिजली संकट से जूझ रहे झारखंड के लोगों की मुसीबत मंगलवार से और बढ़ गई है. बिजली बोर्ड के कर्मचारी वेतन भुगतान की मांग को लेकर आज से बेमियादी हड़ताल पर जा रहे हैं. मंगलवार से शुरू हो रहा विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला पर इसका खासा असर पड़ सकता है.
झारखंड विद्युत डिप्लोमा अभियंता संघ आज सुबह छह बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. इससे लगभग 800 अभियंता काम नहीं करेंगे.
विद्युत डिप्लोमा अभियंता संघ अपनी दस सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर गए है. इनकी मुख्य मांगे है-
1.लंबे समय से एक ही पद पर काम कर रहे कर्मचारियों को प्रोन्नति दिया जाए.
2.उच्च पदों पर प्रोन्नति और कनीय अभियंता को वाहन बट्टा 750 रुपया से बढ़ाकर 50 लीटर किया जाए.
3. फ्रेंचाइजी पर रोक लगाया जाए.
4. कर्मचारियों को वेतन का भुगतान सही समय पर किया जाए.
गौरतलब है कि झारखंड राज्य विद्युत डिप्लोमा अभियंता संघ और झारखंड बिजली बोर्ड को बैठक विफल हो गई थी.
इस बैठक में विद्युत डिप्लोमा अभियंता संघ के उपाध्यक्ष गुलाब चन्द्र सेठ, रामजनम सिंह, झारखंड राज्य बिजली कामगार यूनियन के महामंत्री रामकृष्णा सिंह, अजय कुमार सिंह, रमेश कुमार श्रीवास्तव, केके सिंह, कामेश्वर ठाकुर, अरविन्द सिंह, हलधर वर्णवाल, बीके प्रसाद, पीएन सिंह, वीरेन्द्र कुमार मेहता, सुजीत कुमार, हरिमोहन चौधरी, लक्ष्मण चौधरी व अन्य मौजूद थे.
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