अन्ना हजारे ने मिडिया से माफ़ी मांगी साथ ही कहा यदि किसी तरह की हिंसा हुई तो वे अनशन छोड़ देंगे. जंतर-मंतर पर अन्ना हजारे के अनशन के तीसरे दिन आंदोलन समर्थकों ने मीडिया के खिलाफ स्लोगन लहराए। जनता ने ‘ना मीडिया से ना सरकार से, देश चलता है जनता से’ लिखे स्लोगन अनशन स्थल पर लहराए। इससे पहले टीम अन्ना के वरिष्ठ सदस्य शांति भूषण द्वारा मीडिया पर पक्षपात का आरोप लगाने के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई ने एक नया मोड़ ले लिया।
आंदोलन के समर्थकों ने सोमवार को जंतर-मंतर पर मीडिया के लोगों के साथ बदसलूकी भी की थी। इसपर ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन (बीईए) ने टीम अन्ना को माफी मांगने के लिए कहा। वहीं, पुलिसकर्मियों के खिलाफ उकसाने वाला बयान देने पर दिल्ली पुलिस ने कुमार विश्वास के खिलाफ नोटिस जारी किया है।
दरअसल जंतर मंतर पर सोमवार रात टीम अन्ना के सदस्य शांति भूषण लोगों को संबोधित कर रहे थे और शांति भूषण का कहना था कि न्यूज चैनल्स सही खबर नहीं दिखा रहे हैं। शांति भूषण ने अपने भाषण में कहा कि कुछ चैनल जानबूझकर ये दिखा रहे हैं कि अनशन में भीड़ नहीं हो रही है। मीडिया टीआरपी के लिए रिएलिटी से हेरफेर करती है। शांति भूषण के इसी बयान के बाद वहां जमा भीड़ उतेजित हो गई और मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी करने लगी। वहां मौजूद अन्ना के समर्थकों ने मीडिया के खिलाफ नारे भी लगाए। वहीं टीम अन्ना के सदस्य कुमार विश्वास ने इस हमले की निंदा की है और कहा है कि इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए थी।
इसके बाद सोमवार रात करीब 10 बजे जंतर मंतर पर टीम अन्ना के कुछ समर्थकों ने अन्ना के अनशन को कवर कर रहे मीडियाकर्मियों के साथ हाथापाई की। हाथापाई से पहले टीम अन्ना के समर्थकों और मीडियाकर्मियों में बहस भी हुई। टेलीविजन संपादकों की शीर्ष संस्था ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। बीईए ने एक बयान जारी कर टीम अन्ना से माफी की मांग की थी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें