नरकटियागंज (बिहार) की खबर (26 जुलाई) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 27 जुलाई 2012

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (26 जुलाई)


शिक्षक नियोजन प्रक्रिया की विसंगतियो को दूर करने की मांग

 शिक्षक पात्रता परीक्षा उतीर्ण अभ्यर्थी संगठन की बैठक 
शिक्षक पात्रता परीक्षा उतीर्ण अभ्यर्थी संगठन की पोखरा चौक स्थित राम  जानकी  मंदिर  अहाते मे राजेश कुमार की अध्यक्षता में  एक बैठक सम्पन्न हुई। बिहार सरकार के मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा निर्धारित शिक्षक नियोजन नियमावली में व्याप्त विसंगतियों पर विशद् चर्चा उक्त बैठक में की गयी। जिसमें नियोजन के दौरान नियोजन ईकाइ में शामिल जन प्रतिनिधियों द्वारा रिश्वतखोरी पर अंकुश लगाने में विफल रहंी सरकार से इसमें सुधार करने की गुहार लगायी गई। संगठन के कार्यकर्ताओ ने राज्य अथवा जिला स्तर पर नियोजन इकाई का गठन करने ,अधिकतम दो आवेदन प्रति अभ्यर्थी से मांग करने, आवेदन का माध्यम निबंधीत डाक, स्पीडपोस्ट और ऑन लाइन किया जाये । नियोजन इकाई का प्रमुख कर्मठ व ईमानदार  आईएएस अधिकारी को बनाया जाये। उपर्युक्त मांग करते हुए अभ्यर्थियो ने विश्वास व्यक्त किया है कि सरकार हमारी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर नियोजन प्रक्रिया की विसंगतियों को दूर करने में सफल होती है तो नियोजन प्रक्रिया सुलभ हो जायेगी। संगठन के अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा है कि सरकार नियमावली में परिवर्तन नहीं करती है तो सभी अभ्यर्थी राज्यस्तरीय आन्दोलन को बाध्य होंगे।

स्थापना दिवस सम्पन्न

टीपी वर्मा कॉलेज स्थापना दिवस
स्थानीय टीपी वर्मा कॉलेज के संस्थापक तारकेश्वर प्रसाद वर्मा की जयन्ती महाविद्यालय की स्थापना दिवस के तौर पर मनाई जाती है । प्रत्येक वर्ष यह कार्यक्रम धूमधाम से मनाया जाता रहा , लेकिन इस वर्ष महाविद्यालय दिवस महज खानापूरी के लिए मनाया गया। कार्यक्रम के पुराने मानदण्डों के अनुरूप कुछ भी नजर नहीं आया। कार्यक्रम में स्व.वर्मा के व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा की गयी और उनके बदौलत क्षेत्र में आई शिक्षा क्रान्ति पर विशेष चिंतन मनन किया गया। महाविद्यालय के कर्मचारी,प्राध्यापक व कतिपय छात्र-छात्राएं स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुई । जबकि महाविद्यालय के दाता परिवार की ओर से स्व.तारकेश्वर प्रसाद वर्मा के पुत्र आलोक प्रसाद वर्मा शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ.रामप्रताप नीरज ने की,जबकि मुख्य रूप से डॉ.प्रो.अशोक कुमार गुप्ता,उपेन्द्र तिवारी,शिक्षेत्तर कर्मी शिवशरण साह,अर्जुन मिश्र व अन्य शामिल हुए। 

नाबालिग के अपहरण का मामला दर्ज

स्थानीय थाना के चंेगौना निवासी नूरजहां खातून ने अपनी 17 वर्षीय नाबालिग पुत्री सबरून नेशा को जिस्मफरोसी का काम कराने या उसकी हत्या कर देने की नीयत से अगवा करके करीब 15 दिन पूर्व गायब कर दिये जाने को लेकर पीड़िता ने गौनाहा थाना के माधोपुर निवासी गुड्डु राही, अनिसुल मियां, आसमां खातून तथा पीपरा निवासी अब्दुल सलाम व खैराती मियां पर आरोप लगाते हुये शिकारपुर थाना में कांड सं0 237/12 दर्ज कराया है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार नूरजहां खातून ने खुलासा किया है कि भोजपुरी गायक गुड्डु राही व उसकी पुत्री सबरून का निकाह करीब 2 माह पूर्व तय हुआ था जिसके एवज में 60 हजार रूपया नगद गुड्डु राही के बडे भाई अनिसुल मियां को दिया गया। इसी दौरान 12 जुलाई 2012 को 3 बजे लडकी के मौसा पीपरा निवासी अब्दुल सलाम तथा गुड्डु राही की बहन आसमां खातून गाडी लेकर आये और 13 जुलाई को निकाह कराने की बात कह सबरून को अपने साथ ले गये लेकिन जब लडकी के परिजन 13 जुलाई को लडके के यहां पहुंचे तो लडकी गायब पायी गयी साथ हीं गुड्डू राही की बहन आसमां खातून भी गांव से फरार थी। काफी खोजबीन के बाद जब सबरून का कुछ पता नही चला तो लडकी के परिजनों ने घटना के 2 दिन बाद हीं तत्कालीन थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु आईपीएस चन्दन कुमार कुशवाहा को आवेदन देते हुये इस पूरे प्रकरण से अवगत कराया था लेकिन मजे की बात तो यह है कि करीब 2 सप्ताह बाद इस मामले में 22 जुलाई को शिकारपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है और इस कांड के अनुसंधानकर्ता पीएसआई जीतेन्द्र कुमार बनाये गये है। इस बावत शिकारपुर थानाध्यक्ष हिमांशु कुमार सिंह ने कहा कि लडकी की बरामदगी के लिये पुलिस छापेमारी कर रही है।

अवैध वेंडरो से यात्री हलकान,लाइसेन्सी वेन्डर परेशान
आरपीएफ के नहीं खड़े हो रहे कान,जीआरपी ने सहयोग की बात कह पल्ला झाड़ा

स्थानीय रेलवे जंक्शन पर नाजायज वेंडरों के कारण रेलयात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड रहा है। लेकिन रेलवे सुरक्षाबल एवं राजकीय रेल पुलिस के अधिकारियों एवं जवानों के द्वारा अवैध दुकानदारो पर कार्रवाई नहीं करना उनके कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करता है। रेलवे के अधिकारिक सुत्रों की मानें तो करीब 1 दर्जन वेंडरों को हीं रेलवे ने लाईसेन्स दिया है, लेकिन नरकटियागंज जंक्शन पर दर्जनो की तदाद में गैर लाईसेन्सी दुकानदार देखने को मिल जायेंगे। रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों एवं जवानों द्वारा रेल अधिनियम के उलंघन का हवाला देकर रेल परिक्षेत्र में धुम्रपान करने वालों, गाडियों में साईकिल लादने वालों, बगैर बुक कराये समान ले जाने वालों, बिना टिकट यात्रा करने वालों के विरूद्ध अभियान चलाकर गिरफ्तारी की जाती है । सबसे मजे की बात यह है कि उन गलत करने वालो से हर्जाना वसूला जाता है, अलबत्ता रेलवे जंक्शन पर अवैध वेंडरों पर कोई कार्रवाई आरपीएफ द्वारा नहीं की जाती है। प्लेटफॉर्मो पर दर्जनों गुटका, पान, सिगरेट की दुकाने है, बुकिंग काउन्टर ,रिजर्वेशन काउन्टर पर अवैध खोमचे वाले,गुटखा बेंचने वाले देखे जा सकते है, जो रेसुब के मेहरबानियों का नतीजा है। उनके नजर में यह सब रेल अधिनियम का उलंघन नहीं है। अगर जानकारों व प्रबुद्धजनो की माने तो रेसुबल हीं अवैध वेंडरों का संरक्षक है। प्रत्येक वेंडरों से प्रत्येक माह वसूली का जिम्मा आरपीएफ ने अपने बिचौलिये तथाकथित 2 ठिकेदारों को दे रखा है। जो प्रत्येक अवैध वेडरों से 1 हजार से 3 हजार रूपये की मासिक वसूली आरपीएफ के अधिकारीयों एवं जवानों तक पहुंचाने का काम करते है। यह दोनों ठिकेदार दिउलीया गांव निवासी प्रायः आरपीएफ पोस्ट में व आरपीएफ अधिकारियों के साथ देखे जा सकते है। उल्लेखनीय है कि जब रेलवे के वरीय अधिकारियों का आगमन होता है तो अवैध वेंडरों की दुकाने गधे के सिर से सिंग की माफिक गायब हो जाते है और रेल अधिकारियों के दौरे के बाद पुनः अवैध वेंडरों का जमावडा रेलवे जंक्शन पर हो जाता है। वहीं जीआरपी के अधिकारियों से अवैध वेडरों पर कार्रवाई की बात पुछे जाने पर उनका जवाब होता है कि यह कार्य क्षेत्र आरपीएफ का है। अगर आरपीएफ का सहयोग मिले तो संयुक्त अभियान चलाकर अवैध वेडरों पर कार्रवाई की जायेगी! लेकिन क्या अवैध वेडरों से प्रतिमाह लाखों रूपये की वसूली करने वाले आरपीएफ के अधिकारी अवैध वेडरों पर कार्रवाई कर पायेगे ? यह सवाल जनमानस के मस्तिष्क में बिजली की भांति कौंधता रहता है।

एमवीआई की कार्रवाई में आधा दर्जन वाहन जब्त

शहर के विभिन्न जगहों पर गुरूवार को छापेमारी करके परिवहन विभाग के एमबीआई राकेश कुमार ने बिना कागजात व वाहनों के कागजातों में गडबडी को लेकर बरीग आधा दर्जन वाहनों को जब्त कर शिकारपुर थाना को सौंप दिया है। मिली जानकारी के अनुसार शिकारपुर थाना अंतर्गत कोईरगांवा चौक के समीप बालु लदा बिना नं0 का महिन्द्र ट्रैक्टर व टेलर जब्त किया गया तो वहीं पुरानी बाजार से ओवरलोडिंग धान लदा स्कॉर्ट ट्रैक्टर टेलर बिना कागजात के जब्त किया गया साथ हीं शहर के विभिन्न जगहों पर 4 पीकअप वाहन भी जब्त किये गये। जिसमें 2 पीकअप बीआर 22 पी 3009, बीआर 06 पी 8182 तथा 2 बिना नम्बर के पीकअप शामिल है। हालांकि परिवहन विभाग के एमबीआई के द्वारा चलाये गये वाहन चेकिंग अभियान को लेकर बिना कागजात वाले वाहन चालकों व मालिकांे में उडकंप की स्थिति देखी गयी। इसकी जानकारी देते हुये शिकारपुर थानाध्यक्ष हिमांशु कुमार सिंह ने बताया कि एमबीआई राकेश कुमार के द्वारा छापेमारी कर 4 पीकअप वाहन व 2 ट्रैक्टर-टेलर जब्त कर शिकारपुर पुलिस को सौंपा है। पुलिस मामले में अग्रेतर कार्रवाई कर रही है।

फर्जी पासपोर्ट गिरोह का खुलासा एक गिरफ्तार

शिकारपुर पुलिस को मिली फर्जी पासपोर्ट बनाने के मामले में भारी सफलता । शिकारपुर पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुये शिकारपुर व सिकटा ने बीती रात्री विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर 2 लोगों को गिरफ्तार किया है ।फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले रैकेट का भंडाफोड किया है।  जानकारी के अनुसार शिकारपुर थाना अंतर्गत नन्हकार मोतिहारी निवासी रामाशीष कुशवाहा द्वारा फर्जी पासपोर्ट बनवाने की सुचना पुलिस को मिलते हीं सिकटा पुलिस ने शिकारपुर पुलिस के साथ संयुक्त छापेमारी करके उक्त आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस बावत शिकारपुर थानाध्यक्ष हिमांशु कुमार सिंह के अनुसार आरोपी नेपाल के पर्सा जिला के भिस्वा निवासी अजय कुमार को पुरैनिया गांव का निवासी होने का कागजात तैयार कर पासपोर्ट बनवाने के कार्य में लगा था  अजय का शैक्षणिक सर्टिफिकेट नन्हकार स्थित सरकारी विद्यालय के 8 वां वर्ग का बनवाया गया था जबकि उस विद्यालय में 5वां वर्ग तक की हीं पढाई होती है। गिरफ्तार दोनों आरापियों को सिकटा पुलिस को सौंप दिया गया है। छापेमारी में सिकटा थानाध्यक्ष के अलावे शिकारपुर थान के पीएसआई अशोक कुमार, रामनाथ प्रसाद सहित सशस्त्र बल व सैप के जवान शामिल रहे।

उच्च विद्यालय के हीरक जयन्ति समारोह ने छोडे़ कई ज्वलन्त सवाल
प्रबंध समिति पर उठने लगी अंगुलियां

स्थानीय उच्च विद्यालय के प्रबंधन समिति द्वारा आयोजित हीरक जयन्ती समारोह कई सवालो को छोड़ गया । जिसपर स्थानीय बुद्धिजीवी आज भी चिंतन मनन करते थकते नजर नहीं आते। पहला सवाल यह कि विद्यालय की स्थापना 15 जनवरी 1934 को हुई तो हीरक जयन्ति समारोह 2009 में मनाया जाना चाहिए। दुसरा सवाल की विद्यालय के संस्थापक प्रधानाध्यापक स्व.केदार प्रसाद थे, द्वितीय प्रधानाध्यापक के तौर पर स्व.बासुदेव पाठक काफी लम्बे अर्से तक विद्यालय के सेवा करते रहे और विद्यालय को एक अच्छे मुकाम पर पहुंचाया । उनके कृतित्व को वाकई भुलाया नहीं जा सकता,विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा उनकी प्रतिमा स्थापना कार्य को सराहनीय बताया गया लेकिन पूरे समारोह में केदार प्रसाद व अन्य मनीषियो व महापुरूषों को भुला दिया जाना निश्चित ही शर्मनाक है। तीसरा प्रश्न की स्व. बासुदेव पाठक की प्रतिमा के अनावरण शिलापट पर उद्घाटक अतिथि का नाम अंकित नहीं कर प्रधानअध्यापक ने अपनी कुण्ठित मानसिकता का परिचय दिया है। स्थानीय  प्रबुद्धजनो व अन्य समाजिक कार्यकर्ताओ ने कहा कि अभी समय है कि शिलापट पर मुख्य अतिथि डॉ सुखदा पाण्डेय कैबिनेट मंत्री कला-संस्कृति ,खेल व युवा मामले बिहार सरकार का नाम अंकित कराया जाना चाहिए। इतना ही नहीं स्थानीय विधायक सतीशचन्द्र दूबे,रामनगर की विधायक भागीरथी देवी,विधान पार्षद लालबाबू प्रसाद का नाम उक्त शिलापट पर निश्चित रूप से अंकित रहना चाहिए ।


(अवधेश कुमार शर्मा) 

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