पिछले एक दशक से निर्धन और अभावग्रस्त विद्यार्थियों को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की प्रवेश परीक्षा की नि:शुल्क तैयारी कराने के लिए चर्चित संस्थान सुपर 30 के संस्थापक और गणितज्ञ आनंद कुमार को 'बड़ौदा सन लाइफ एचीवमेंट' पुरस्कार से शुक्रवार रात यहां एक समारोह में सम्मानित किया गया। आनंद को यह पुरस्कार बैंक आफ बड़ौदा के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एम़ डी़ माल्या द्वारा प्रदान किया गया। पुरस्कार स्वरूप उन्हें तीन लाख रुपये नकद और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
पुरस्कार प्राप्त करने के बाद आनंद ने कहा कि वह किसी तरह का आर्थिक सहयोग नहीं स्वीकार करते। इस कारण उन्होंने पुरस्कार राशि सुपर 30 के बच्चों को दान देने की घोषणा की है, ताकि निर्धन बच्चों की पढ़ाई में कुछ मदद हो सके। गौरतलब है कि सार्वजनिक क्षेत्र के अग्रणी बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा के निर्णायक मंडल द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में देश-दुनिया में भारत का नाम रौशन करने वाली हस्तियों को इस अवार्ड के लिए चुना जाता है। इसके पहले जानी-मानी फिल्म अभिनेत्री वहीदा रहमान, क्रिकेट खिलाड़ी कपिलदेव, फिल्मकार यश चोपड़ा, शास्त्रीय गायक पंडित जसराज, नाटककार गिरीश कर्नाड और सामाजिक कार्यकर्ता किरण बेदी जैसी हस्तियों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
पुरस्कार प्राप्त करने के बाद आनंद कुमार ने आईएएनएस से कहा, "मैंने निर्धन परिवारों से आने वाले बच्चों की निशुल्क तैयारी कराने की जब शुरुआत की थी, तब कभी पुरस्कार या सम्मान पाने के बारे में नहीं सोचा था।" आनंद कुमार ने कहा कि मुझे इस मौके पर खुशी हो रही है कि मैं अपने मिशन के जरिए उन निर्धन बच्चों को तरक्की की ऊचाइयां छूने में एक कड़ी का काम कर रहा हूं। आनंद ने माना कि उनका मिशन अभी और लम्बा है और चुनौतियों से भरा है। आनंद ने कहा कि इस सम्मान का हकदार सिर्फ मैं नहीं, बल्कि हमारी टीम के सभी सदस्य तथा वे सभी बच्चे हैं, जो दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व 'न्यूज वीक' और 'टाइम' जैसी प्रतिष्ठित पत्रिकाएं आंनद को एशिया और दुनिया के प्रमुख शिक्षाविदें में शुमार कर चुकी हैं। बिहार सरकार भी 2010 में मौलाना अबुल कलाम आजाद शिक्षा पुरस्कार से आनंद को सम्मानित कर चुकी है।
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