गैर कानूनी रूप से रह रहे 700 भारतीयों को ब्रिटेन से वापस भेज दिया गया है। इनमें ऐसे लोग भी शामिल हैं जो छात्र वीजा पर ब्रिटेन गए थे और अवधि समाप्त होने के बाद भी यहीं रह रहे थे। जानकारी के अनुसार, ब्रिटिश अधिकारियों ने लंदन में 2000 अवैध अप्रवासियों के खिलाफ अभियान चलाया था। इनमें भारत के अलावा पाकिस्तान, ब्राजील, बांग्लादेश और चाइना के लोग भी शामिल थे। यूके बॉर्डर एजेंसी ने मई में इस अभियान की शुरुआत की थी। एजेंसी ने इनमें से दो तिहाई को कानूनी दबाव बनाकर देश से निकाला, जबकि एक तिहाई लोगों को जबरन देश से बाहर भेज दिया।
ब्रिटेन के आव्रजन मंत्री ने कहा कि जो लोग वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी रह रहे हैं, उन्हें वापस भेजने के लिए सबसे पहले हम सूचना दे रहे हैं। जिससे कि वह खुद की चले जाएं, लेकिन देखने में आया है कि कई लोग सूचना मिलने के बाद भी नहीं जाते। ऐसे लोगों को हम जबरन वापस भेज रहे हैं। ग्रीन ने कहा कि हमारी कोशिश वीजा नियमों को सही तरीके से लागू करने की है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी को वीजा अवधि समाप्त होने की सूचना दी जाती है और उसके बाद भी देश नहीं छोड़ता तो उसके ब्रिटेन आने पर पाबंदी भी लगाई जा सकती है।
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