भारत ने पाकिस्तान से आज कहा कि वह अपनी जमीन से सोशल नेटवॄकग मीडिया के जरिए भारत में साम्प्रदायिक भावनाएं भड़काने की कोशिश करने वालों पर लगाम लगाए। केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार ङ्क्षशदे ने पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री रहमान मलिक से टेलीफोन पर बातचीत के दौरान यह मांग की।
शिंदे ने इस बात पर चिंता जताई कि पाकिस्तान की कुछ ताकतें सोशल नेटवॄकग मीडिया का इस्तेमाल कर झूठी तस्वीरों और अफवाहों के जरिए भारत में साम्प्रदायिक भावनाओं को भडकाने में लगी हैं । उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इन ताकतों से निपटने में भारत का पूरा सहयोग करना चाहिए।
गृह सचिव आर के सिंह ने शनिवार को कहा था कि असम में हिंसा की प्रतिक्रिया में पूर्वोत्तर के लोगों के खिलाफ हमलों की ज्यादातर अफवाहें पाकिस्तान से शुरू हुई हैं । इन अफवाहों के कारण कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु से बडी संख्या में पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन शुरू हो गया है । ङ्क्षसह ने कहा था कि भारत इस मामले को पाकिस्तान के सामने उठाएगा । उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान की ओर से इस सूचना का खंडन किया जाना तय है । लेकिन भारत की एजेंसियों ने इस बारे में जो जानकारियां एकत्र की हैं उन्हें दरकिनार नहीं किया जा सकता ।
पाकिस्तान के गृह मंत्री ने सिंह के इस सख्त बयान के बाद ही शिंदे को टेलीफोन किया है । शिंदे के अपना नया पदभार संभालने के बाद दोनों देशों के गृह मंत्रियों के बीच यह पहली बातचीत है । शिंदे ने पाकिस्तान के गृह मंत्री को ईद की मुबारकबाद देते हुए उम्मीद जताई कि इस त्योहार से भारत-पाकिस्तान संबंधों में सुधार की एक नई शुरूआत होगी । इस बीच पाकिस्तान ने ङ्क्षसह के बयान का खंडन करते हुए पूर्वोत्तर के लोगों पर हमलों की अफवाह में पाकिस्तानी ताकतों का हाथ होने से इंकार किया है । उसने कहा है कि इस तरह की टिप्पणियों से दोनों देशों के बीच अविश्वास की दरार और गहरी होगी।
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