प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह गुटनिरपेक्ष आंदोलन के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को तेहरान रवाना होंगे। अगले ही दिन वह ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद से मुलाकात करेंगे। शिखर सम्मेलन 30-31 अगस्त को होगा। विदेश सचिव रंजन मथाई ने शनिवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि मनमोहन सिंह अहमदीनेजाद के साथ बुधवार को प्रस्तावित अपनी बैठक के दौरान ईरान के साथ सम्बंधों को फिर से ताजा करने की कोशिश करेंगे। इस दौरान दोनों नेता व्यापार सहित कई सारे मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
मथाई शिखर सम्मेलन से पहले रविवार को तेहरान में भारत-अफगानिस्तान-ईरान की त्रिपक्षीय बैठक में हिस्सा लेंगे। मथाई ने कहा, ''हमारे सम्बंध मजबूत हुए हैं। जहांतक व्यापार का मामला है, संतुलन का पलड़ा ईरान की तरफ झुका हुआ है और हम व्यापार बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।'' 2011-12 में ईरान से भारत का आयात 12 अरब डॉलर और निर्यात तीन अरब डॉलर का था।
यह पूछे जाने पर कि क्या इस सप्ताह के प्रारम्भ में नई दिल्ली आईं संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की स्थाई प्रतिनिधि सुसान राइस और भारतीय अधिकारियों के बीच हुई बैठक में वाशिंगटन ने ईरान को लेकर चिंता खड़ी की थी, मथाई ने कहा, ''हमने ईरान से सम्बंधित मुद्दों पर चर्चा की थी, लेकिन अनौपचारिक रूप में।'' यह पूछे जाने पर कि क्या भारत अमेरिकी चिंताओं के बारे में ईरान को अवगत कराएगा, मथाई ने कहा, ''शांति एवं सुरक्षा हमारी प्रमुख चिंताएं हैं। यह हमारी चिंता है, और हमें किसी और की चिंता को प्राथमिकता में नहीं लेना है।'' यह पूछे जाने पर कि क्या ईरान-पाकिस्तान-भारत पाईपलाइन परियोजना अभी भी बरकरार है, संवाददाता सम्मेलन में मौजूद संयुक्त सचिव (पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान) यश सिन्हा ने कहा कि इस मुद्दे पर अगले महीने नई दिल्ली में हाइड्रोकार्बन्स पर भारत-ईरान संयुक्त कार्यकारी समूह की प्रस्तावित बैठक में चर्चा होगी।
मथाई के अनुसार, नाम शिखर सम्मेलन से अलग भी मनमोहन सिंह की कई बैठकें प्रस्तावित हैं, जिनमें ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनी के अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और नेपाल के नेताओं के साथ मुलाकातें शामिल हैं। हालांकि मथाई ने यह नहीं बताया कि मनमोहन सिंह और पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बीच बैठक का क्या एजेंडा होगा। मथाई ने कहा, ''हमें आशा है कि मिस्र् के राष्ट्रपति (नाम के मौजूदा महासचिव) के साथ भी एक अनौपचारिक मुलाकात हो सकती है।''
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