योग गुरु बाबा रामदेव के दिव्य योग मंदिर में हर्बल औषधियों के उत्पादन संस्थान पर गुरुवार दोपहर छापे मारकर कई उत्पादों के नमूने लिए गए। दोपहर में 3 घंटे तक चली छापेमारी में खाद्य विभाग के खाद्य निरीक्षक योगेंद्र पांडे सहित पांच सदस्यीय दल ने कई उत्पादों के नमूने लिए। संस्थान पर पहली बार हुई छापेमारी के बारे में बाबा रामदेव ने कहा कि बाबा के उत्पाद पूरी प्रामाणिकता से बनाए जाते हैं। कोई चाहे तो दो-चार नमूने नहीं बल्कि पूरे उत्पादों को ट्रक भरकर ले जाए।
रामदेव ने छापे की कार्रवाई के तुरंत बाद दिव्य योग मंदिर में कहा, 'दरअसल ये एलीट क्लास और आम लोगों के बीच की लड़ाई है। हम आम नागरिक हैं और अभी हमारी जंग शुरू हुई है।' रामदेव ने विदेशी कंपनियों के नाम गिनाते हुए कहा उन पर कभी छापेमारी नहीं होती। रामदेव ने बालकृष्ण की रिहाई के आदेश को सत्य की विजय का नाम दिया और आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार ने सीबीआई का दुरुपयोग करते हुए आचार्य बालकृष्ण पर फर्जी पासपोर्ट मामले में फर्जी मुकदमा चलाकर उत्पीडन किया।
रामदेव ने कहा,'हमारी सीधी लड़ाई व्यवस्था से है और व्यवस्था जिनके हाथ में है वे ताकतवर हैं। वे अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर रहे हैं।'उन्होंने दावा किया कि अब तक उन्हें 100 से अधिक नोटिस भेजे जा चुके हैं। मगर हमें न्याय व्यवस्था पर भरोसा है और हम जीतेंगे। रामदेव ने कहा कि बालकृष्ण जल्द ही आश्रम आएंगे और उन पर हुए जुल्मों का जवाब आगे हिन्दुस्तान देगा। बाबा ने कहा 9 अगस्त से पहले आचार्य बालकृष्ण की जेल में हत्या किए जाने और इल्जाम मेरे ऊपर डालने की साजिश रची जा रही थी जो कामयाब नहीं हो सकी। क्योंकि आचार्य बहुत सतर्क थे।
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