मुंबई में रैली के दौरान मनसे प्रमुख राज ठाकरे को फूल देने वाले पुलिस कांस्टेबल प्रमोत तावड़े को हिरासत में लिया गया है. तावड़े पर आरोप है कि उसने ड्यूटी के दौरान अफसरों की शिकायत की. रैली के दौरान जैसे ही राज ठाकरे का भाषण खत्म हुआ और वो मंच से नीचे उतरने वाले थे तभी तावड़े उनसे मिलने जा पहुंचा.
तावड़े मुंबई पुलिस के हेड क्वार्टर के वायरलेस विभाग में तैनात था.उसने राज ठाकरे को सैल्यूट किया और गुलाब का फूल भेंट किया. इसके बाद तावड़े ने राज ठाकरे से हाथ मिलाया और अपने अधिकारियों की शिकायत की. तावड़े के मुताबिक दो साल पहले जब वो ट्रैफिक पुलिस में था तब सीआईएसएफ के कुछ जवानों ने उसे पीट दिया था. उसने अफसरों से शिकायत की पर कार्रवाई नहीं हुई. वो पुलिस कमिश्नर से मिला तो उल्टा उन्होंने ये कहकर मजाक उड़ाया कि वो सुभाष चंद्र बोस जैसा दिखता है और वही बनेगा.
तावड़े बाद में महाराष्ट्र के गृह मंत्री से मिला लेकिन उन्होंने भी 6 महीने में जांच का भरोसा देकर टाल दिया. राज ठाकरे ने रैली के दौरान मुंबई में हुए हालिया हिंसा के दौरान पुलिस वालों की पिटाई पर गहरी नाराजगी जताई थी. इस बीच मनसे के मोर्चे का आयोजन करने वाले मनसे महासचिव शिरीष सावंत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. यह मामला मुंबई पुलिस एक्ट की धारा 135 के तहत दर्ज किया गया है. गौरतलब है कि मुंबई पुलिस ने राज ठाकरे को आजाद मैदान में सभा करने की अनुमति दी थी. परंतु उन्होंने गिरगांव चौपाटी से पहले एक विशाल मोर्चा निकाला. जिसकी अनुमति पुलिस ने मनसे को नहीं दी थी. गौरतलब है कि मुंबई हाईकोर्ट ने गिरगांव चौपाटी पर सम्मेलन या सभा करने पर पहले ही रोक लगाई हुई है. हाईकोर्ट के इसी आदेश का हवाला देते हुए पुलिस ने राज ठाकरे को गिरगांव चौपाटी से मोर्चा निकालने की अनुमति देने से इनकार किया था.
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