भ्रष्टाचार के विरुद्ध सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अभियान की प्रमुख सदस्य किरण बेदी ने सोमवार को साफ कर दिया कि वह अरविंद केजरीवाल द्वारा बनाई जा रही राजनीतिक पार्टी का हिस्सा नहीं होंगी।
बेदी ने कहा कि वह गैर राजनीतिक और निष्पक्ष आवाज हैं और किसी भी दल में भी शामिल नहीं होंगी, चाहे वह केजरीवाल की पार्टी हो या भारतीय जनता पार्टी। उन्होंने कहा कि वह अन्ना के भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान का हिस्सा थीं और आगे भी रहेंगी। उल्लेखनीय है कि केजरीवाल और उनके सहयोगियों ने इंडिया अगेंस्ट करप्सन अभियान के तहत देश के अन्य भागों सहित राष्ट्रीय राजधानी में कल कोयला घोटाले के विरुद्ध प्रदर्शन किया था जिसमें बेदी शरीक नहीं हुईं थीं। उन्होंने कहा कि अन्ना द्वारा शुरू किया गया अभियान दो हिस्सों में बंट गया है। एक हिस्सा राजनीतिक पार्टी बनाने की तरफ बढ गया है। केजरीवाल तथा उनके सहयोगी पार्टी का स्वरूप तय करने में जुट गए हैं, जिसकी दो अक्टूबर को घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि बिना पार्टी के आंदोलन करने का दूसरा हिस्सा अभी बरकरार है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उसका नेतृत्व कौन करेगा और उसकी आगे की रणनीति क्या होगी।
बेदी ने विश्वास जताया कि अक्टूबर में केजरीवाल की राजनीतिक पार्टी की घोषणा होने तक इस आंदोलन के बारे में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। लोकपाल विधेयक पर विचार कर रही राज्यसभा की प्रवर समिति की रिपोर्ट तब तक आ जाएगी तथा यह भी साफ हो जाएगा कि इस विधेयक पर कांग्रेस, भाजपा तथा अन्य दलों का क्या रुख है। उन्होंने सिर्फ कांग्रेस का विरोध करने के अपने रुख को स्पष्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस इस समय सत्ता में है, इसलिए उसका विरोध किया जाना चाहिए। यदि भाजपा सत्ता में होती तो वह उसका विरोध करती।
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