जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में वित्त मंत्री पी चिदंबरम के विरुद्ध दायर उनकी याचिका को खारिज किये जाने बाद वह एक समीक्षा याचिका दाखिल करेंगे।
याचिका खारिज किये जाने के बाद स्वामी ने उच्चतम न्यायालय के बाहर कहा कि मैं इस फैसले की समीक्षा के लिये अनुरोध करूंगा। मैंने षडयंत्र के बारे में नहीं कहा। मैंने देश को हुए नुकसान के बारे में कहा था। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यह एक खराब फैसला था। उच्चतम न्यायालय ने कभी भी मुझे अपनी पूरी बात रखने की अनुमति नहीं दी।
स्वामी ने कहा कि शीर्ष अदालत ने उन मुद्दों पर अपना फैसला दिया, जिन्हें उन्होंने कभी उठाया ही नहीं और देश को हुये भारी नुकसान के महत्वपूर्ण पहलू को छुआ नहीं गया। सरकार भी तुरंत चिदंबरम के बचाव में आ गई और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री वी नारायणसामी ने कहा कि चिदंबरम का 2जी मामले से कुछ भी लेना देना नहीं है। स्वामी हमेशा ही इस तरह की याचिकायें दायर करते रहते हैं। उनकी याचिका का कोई आधार नहीं है। यदि उन्होंने कांग्रेस पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश की तो हम उनका कानूनी और राजनीतिक रुप से सामना करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि स्वामी उच्चतम न्यायालय में समीक्षा याचिका दायर करते हैं तो वह भी खारिज हो जाएगी, क्योंकि उनके पास कोई मामला नहीं है।
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