कोयला ब्लाकों के आवंटन पर सीएजी की रिपोर्ट को लेकर संसद के दोनों सदनों की शुरुआत हंगामेदार हुई। दोनों सदनों में विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग की। हंगामे को बढ़ते देख दोनों सदनों में कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया है।
प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने पहले ही रणनीति बना ली थी कि प्रधानमंत्री पर हमले किए जाएंगे। उनसे इस्तीफा मांगा जाएगा। सूत्रों का कहना है कि दरअसल, 2जी समेत अब तक जो भी घोटाले सामने आए हैं, उनमें प्रधानमंत्री पर किसी तरह की आंच नहीं आई लेकिन यह ऐसा मामला है, जिसमें उन्हें सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
गौरतलब है कि इस मुद्दे को लेकर लाल कृष्ण आडवाणी के निवास पर सोमवार की देर शाम उनकी अध्यक्षता में बीजेपी के सीनियर नेताओं की एक बैठक हुई। बैठक में कोयले के मसले पर सरकार को घेरने के लिए एनडीए के अलावा अन्य विपक्षी दलों को भी साथ लेने की रणनीति पर भी विचार हुआ।
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