बिहार में गया जिले के बोधगया से कथित रूप से अगवा एक स्कूली छात्र की रिहाई की मांग को लेकर मंगलवार को बोधगया के महाबोधि मंदिर को छोड़कर बाकी सभी मठ, मंदिर और होटल बंद हैं। बोधगया के सभी मंदिरों और मठों के प्रबंधकों का कहना है कि बोधगया जैसे शांति भूमि पर अपहरण की घटनाएं अक्षम्य हैं। आरोप है कि प्रशांत को खोजने में पुलिस भी दिलचस्पी नहीं दिखा रही है।
बोधगया होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि प्रशांत की रिहाई की मांग को लेकर बोधगया के होटल और व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी बंद हैं। उनका कहना है कि प्रशांत की जल्द रिहाई होनी चाहिए। बोधगया बंद होने से पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई पर्यटक केवल महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना कर वापस लौट रहे हैं। इसके पूर्व 31 अगस्त को गैर सरकारी स्कूलों के छात्रों ने प्रसन्नजीत उर्फ प्रशांत की रिहाई के लिए महाबोधि मंदिर पहुंचकर भगवान बुद्घ के समक्ष प्रार्थना की थी। उल्लेखनीय है कि पिछले 28 जुलाई को प्रशांत घर से अपने स्कूल, प्री मानव भारती स्कूल के लिए निकला था, परंतु रास्ते से ही वह लापता हो गया था।
प्रशांत चौथी कक्षा का छात्र है। अगवा छात्र के परिजनों के मुताबिक अब तक किसी प्रकार की फिरौती की कोई सूचना नहीं आई है। गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनय कुमार का कहना है कि प्रशांत का सुराग लगाने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है।
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