केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने शनिवार को एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर के लोगों पर हमले सम्बन्धी अफवाह फैलाने वाले एसएमएस पड़ोसी देश पाकिस्तान से भेजे गए हैं। सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि भारत इस मुद्दे को पाकिस्तान के समक्ष उठाएगा।
गृह सचिव ने कहा कि हमने झूठे संदेश और झूठी तस्वीरें पकड़ी हैं। बोडोलैंड और म्यांमार में हिंसा में मारे गए जिन पीड़ितों की तस्वीरें भेजी गईं हैं वे चक्रवाती तूफानों में मारे गए लोगों की तस्वीरें हैं। हम देश की जनता को यह बताना चाहते हैं कि बड़ी संख्या में ये एसएमएस पाकिस्तान से भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि हम यह मुद्दा पाकिस्तान के समक्ष उठाएंगे। उल्लेखनीय है कि असम में जातीय हिंसा के बाद दक्षिणी समेत कुछ राज्यों में हमले की अफवाह फैलाने वाले बड़ी संख्या में एसएमएस भेजे गए और यूट्यूब पर भडकाऊ तस्वीरें जारी की गईं। इनसे दहशतजदा होकर कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और महाराष्ट्र के पुणे से हजारों की तादाद में पूर्वोत्तर वासियों ने अपने गृह राज्यों को पलायन करना शुरू कर दिया था। हालांकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगुवाई में समूचे संसद की ओर से पूर्वोत्तर वासियों को कल सुरक्षा का भरोसा दिए जाने के बाद से उनका पलायन कम हो गया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें