ओलंपिक रजत पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार और कांस्य पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त की कामयाबी में अहम भूमिका निभाने वाले राष्ट्रीय कुश्ती कोच यशवीर सिंह और विदेशी मुक्केबाजी कोच बीआई फर्नाडिस सहित देश के छह शीर्ष कोचों के नामों की प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए केंद्र सरकार ने शुक्रवार को औपचारिक घोषणा कर दी।
पूर्व हाकी ओलंपियन असलम शेर खां की अध्यक्षता वाली 15 सदस्यीय द्रोणाचार्य पुरस्कार चयन समिति की मंगलवार को यहां हुई मैराथन बैठक में यशवीर और फर्नाडिस सहित छह कोचों को द्रोणाचार्य पुरस्कार देने की सिफारिश की थी जिसे सरकार ने मंजूरी दे दी। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 29 अगस्त को खेल दिवस के अवसर पर ये पुरस्कार वितरित करेंगे।
यशवीर के अलावा वीरेन्द्र पूनिया (एथलेटिक्स), सुनील डबास (महिला कबड्डी), हरेन्द्र सिंह (हाकी), डॉ. सत्यपाल (पैराथलेटिक्स) और बीआई फर्नाडिस (मुक्केबाजी) के नाम की भी सिफारिश द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए की गई थी। इनके अलावा एथलेटिक्स कोच जेएस भाटिया और टेबल टेनिस कोच भवानी मुखर्जी के नाम की सिफारिश लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड के लिए की गई थी जिसे खेल मंत्रालय ने मंजूरी दे दी। खेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सामान्यता किसी एक वर्ष में पांच से अधिक द्रोणाचार्य पुरस्कार नहीं दिए जाते हैं, लेकिन ओलंपिक और पैरालंपिक वर्ष होने के नाते और खिलाड़ियों के प्रदर्शन में आए सुधार में कोचों की अहम भूमिका को देखते हुए सरकार ने इस वर्ष द्रोणाचार्य पुरस्कारों की संख्या पांच से बढ़ाकर आठ करने का निर्णय लिया है।
बयान में कहा गया है कि क्यूबा के मुक्केबाजी कोच बीआई फर्नाडिस के मार्गदर्शन में ओलंपिक, राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में भारतीय मुक्केबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है। इसलिए सरकार ने फर्नाडिस को भी द्रोणाचार्य अवार्ड देने का फैसला किया है। वह यह पुरस्कार पाने वाले पहले विदेशी कोच होंगे। द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए चुने गए वीरेन्द्र पूनिया वर्ष 2010 में दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में चक्का फेंक स्पर्धा का स्वर्ण जीतने वाली और हाल में लंदन ओलंपिक में फाइनल में पहुंची महिला एथलीट कृष्णा पूनिया के पति एवं कोच हैं। हरेन्द्र सिंह को स्पेनिश कोच होजे ब्रासा को वर्ष 2010 के एशियाई खेलों में भारतीय हाकी टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद बर्खास्त किए जाने के बाद कुछ महीनों के लिए कोच बनाया गया था।
सरकार ने साथ ही चार पूर्व खिलाडियों जगराज सिंह मान (एथलेटिक्स), गुनदीप कुमार (हाकी), विनोद कुमार (कुश्ती) और सुखबीर सिंह टोकस (पैरा स्पोर्ट्स) को प्रतिष्ठित ध्यानचंद पुरस्कारों के लिए चुना है। इसके अलावा भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड, रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड, सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड और एयर इंडिया स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड को राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए चुना गया है। ध्यान चंद पुरस्कार और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार की चयन समिति का अध्यक्ष खेल सचिव पीके देब को बनाया गया था।
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