देशभर में बैंकिंग उद्योग के सभी कर्मचारी बुधवार को दो दिनों की हड़ताल पर चले जाएंगे, जिससे देशभर में कारोबारी गतविधियों के ठप्प हो जाने की सम्भावना है। ऑल इंडिया बैंक इम्प्लाईज एसोसिएशन के सचिव विश्वास उटागी ने कहा कि 27 सरकारी बैंकों, 12 पिछली पीढ़ी के निजी बैंकों और आठ विदेशी बैंकों के 10 लाख से अधिक कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल में शरीक होंगे।
उटागी ने कहा कि अन्य बातों के अलावा वे बैंकिंग कानून विधेयक में संशोधन के लिए सरकार की कोशिशों का विरोध करेंगे। विधेयक संसद में विचाराधीन है और इस पर 23 और 24 अगस्त को चर्चा होगी।
उटागी ने कहा, ''बैंकिंग कानून संशोधन में बैंकिंग नियमन अधिनियम 1949 और बैंकिंग कम्पनीज एक्वीजीशन एंड ट्रांसफर ऑफ अंडरटेकिंग्स अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव है। विधेयक में बैंकों में निजी और विदेशी पूंजी को अनुमति देने, निर्बाध वोटिंग अधिकार देने और निजी कम्पनियों को नया बैंक शुरू करने के लिए लाइसेंस देने का प्रावधान है। विधेयक का मकसद भारतीय निजी बैंकिंग उद्योग को बहुराष्ट्रीय बैंकों के हाथों में सौंप देना और सरकारी बैंकों में भारतीय निजी कम्पनियों तथा विदेशी निवेश को बढ़ावा देना है।'' उन्होंने कहा कि हड़ताल के दौरान यहां बैंक कर्मचारी अपनी मांगों के समर्थन में आजाद मैदान तक पदयात्रा करेंगे।
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