असम हिंसा से पैदा हुआ अफवाहों का आतंक दक्षिण भारतीय शहरों से होता हुआ महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई तक पहुंच गया है। पूर्वोत्तर के लोगों को धमकी भरे एसएमएस मिल रहे हैं, जिससे लोगों का पलायन हो रहा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने इस मसले पर आज बैठक बुलाई है।
मुंबई से करीब डेढ़ हजार लोग गुवाहाटी एक्सप्रेस से असम की ओर रवाना हो गए। दूसरी तरफ अकेले बंगलुरु से ही बुधवार रात पूर्वोत्तर के हजारों लोग तीन विशेष ट्रेनों से अपने घर को रवाना हुए। पलायन का दौर आज भी जारी है।
बुधवार और गुरुवार को लगभग 5000 से अधिक पूर्वोत्तरवासी पलायन कर चुके थे, जो गुरुवार रात तक जारी रहा। बंगलुरु से दो और विशेष रेलगाड़ियां गुरुवार रात गुवाहाटी के लिए रवाना होनी है। अब तक 6000 से अधिक लोग बंगलुरु छोड़ अपने गृह का रुख कर चुके हैं। असम में हुई हिंसा के बाद अन्य राज्यों में रह रहे पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों पर हमलों की अफवाहों के कारण बुधवार से अब तक इन राज्यों के लगभग छह हजार 800 लोग बंगलुरु से पलायन कर गए। इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि कर्नाटक में पूर्वोत्तर के लोग सुरक्षित हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग इस सम्बंध में अफवाहें उड़ाएंगे उन्हें कड़ा दंड दिया जाएगा।
पूर्वोत्तर के कांग्रेसी सांसदों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और शिंदे से मुलाकात कर पूर्वोत्तर के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। दरअसल लोगों को एसएमएस करके धमकी दी जा रही है। मैसेज में लिखा होता है कि शहर और राज्य छोड़ कर नहीं गए तो अंजाम भुगतना होगा। एमएमएस के अलावा धमकी के लिए फेसबुक जैसे सोशल साइट का भी इस्तेमाल किया किया जा रहा है। इन्हीं बातों के मद्देनजर सरकार ने सोसल साइट्स पर निगरानी बढ़ा दी है।
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