जय प्रकाश नारायण अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के कॉलेज एवं अस्पताल का उद्घाटन 24 सितम्बर को कर दिया जाएगा. अगले दिन से पढ़ाई शुरू हो जाएगी एवं 26 सितम्बर से अस्पताल भी काम करना शुरू कर देगा. यह जानकारी केंद्र सरकार की तरफ से पटना उच्च न्यायालय को दी गयी.
केंद्र सरकार के अधिवक्ता विनय कुमार पांडे ने न्यायमूर्ति प्रकाशचंद्र वर्मा और न्यायमूर्ति आदित्य कुमार त्रिवेदी की पीठ से कहा कि एम्स का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नवी आजाद करेंगे. न्यायालय ने बिहार राज्य बिद्युत बोर्ड से कहा कि वह एम्स के शुरू होने वाली जगह पटना सिटी के गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में 24 घंटे बिजली की व्यवस्था करे. इसके लिए वह वहां दो फीडर लगाये. उसने प्रशासन से भी कहा कि वह वहां दो हैवी जेनरेटर लगवाये जिससे बिजली की किल्लत न हो. न्यायालय ने पटना नगर निगम से कहा कि वह वहां सफाई की उत्तम व्यवस्था करे जिससे अस्पताल संक्रमण मुक्त रहे.
निगमायुक्त अगली सुनवाई के दिन 26 सितम्बर को खुद पेश हों और सभी मुद्दों पर जानकारी दें. न्यायालय ने राज्य सरकार से भी कहा कि वह वहां की चहारदीवारी का काम पूरा करवा दे. न्यायालय ने केंद्र सरकार से कहा कि जब सभी डॉक्टरों ने कार्यभार संभाल लिया है तो वह उन्हें गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में तैनात करें जिससे वे मरीजों की देखभाल कर सकें.
डॉक्टरों की तैनाती संबंधी चार्ट भी न्यायालय को पेश करें. अस्पताल में आकस्मिक, ट्रामा सेंटर, आउटडोर आदि के कार्य करने की पूरी व्यवस्था करें. साथ ही अगली सुनवाई के दिन स्थिति रिपोर्ट दाखिल करें. अस्पताल प्रशासन नर्सिग कॉलेज के लिए जमीन देने का मुद्दा भी संबंधित विभाग के समक्ष उठाये जिससे उसे जल्द जमीन मुहैया करायी जा सके. न्यायालय ने इसके साथ ही सुनवाई 26 सितम्बर के लिए स्थगित कर दी है.
न्यायालय ने 12 सितम्बर को राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग, भवन निर्माण विभाग और ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिवों एवं पटना नगर निगम और बिहार राज्य विद्युत बोर्ड से कहा कि वे गुरु गोविंद सिंह अस्पताल को भी उसी हिसाब से तैयार करें जिससे कॉलेज उद्घाटन के साथ अस्पताल का भी उद्घाटन हो जाय. न्यायालय ने ये दिशा-निर्देश संस्था काउंलिस ऑफ सिविल प्रोटक्शन की याचिका पर सुनवाई करते हुए दिये हैं.
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