अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी से देसी तेल कंपनियों का घाटा बढ़ गया है. इस घाटे की भरपाई के लिए कंपनियां पेट्रोल और डीजल के दामों में करीब पांच रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर सकती हैं. जानकारों के अनुसार कंपनियां अब और घाटा उठाने को तैयार नहीं हैं.
कंपनियां मानसून सत्र के खत्म होने का इंतजार कर रही हैं. इसके बाद दामों में बढ़ोतरी की जाएगी. कंपनियों को जहां पेट्रोल की बिक्री पर 4.85 रुपये प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है,वहीं डीजल की बिक्री पर 19.26 रुपये प्रति लीटर की दर से नुकसान हो रहा है.
वर्तमान दर पर, तीनों कंपनियों को 31 मार्च को समाप्त हुए वित्त वर्ष में करीब 1,92,951 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है. देश की राजधानी दिल्ली में एक लीटर डीजल की कीमत 41.29 रुपये लीटर है. वहीं, यहां पेट्रोल का दाम 68.46 रुपये प्रति लीटर है.
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