बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार दावा किया कि यहां के चालीस सांसदों की मदद के बिना केंद्र में अगली सरकार नहीं बन सकती। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए सारण जिला मुख्यालय छपरा में आज आयोजित अधिकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि प्रदेश के मतदाताओं के लिए यह जरूरी है कि वे वैसे उम्मीदवारों को सांसद चुनें, जो कि बिहार को विशेष दर्जा दिलाने के पक्षधर हों और यहां के चालीस सांसदों की मदद के बिना केंद्र में अगली सरकार नहीं बन सकती।
उन्होंने कहा कि केंद्र की अगली सरकार को बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देना होगा, क्यांकि वह यहां के चालीस सांसदों पर निर्भर होगी। हालांकि, नीतीश ने यह स्पष्ट नहीं किया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए अभियान छेडने वाली उनकी पार्टी जदयू अगले लोकसभा चुनाव में बिहार के सभी चालीस सीटों पर चुनाव लडेगी।
उल्लेखनीय है कि नीतीश हाल में पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय बेतिया में आयोजित अधिकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि जो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने में मदद करेगा उसे ही आगामी लोकसभा चुनाव के बाद सरकार बनाने में मदद करेंगे। नीतीश ने सारण की जनता से आह्वान किया कि बिहार को विशेष राज्य का दिए जाने के लिए केंद्र को कड़ा संदेश देने के वास्ते आगामी चार नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित अधिकार रैली में जरूर शामिल हों।
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