भारतीय टेनिस स्टार महेश भूपति ने अपने ऊपर लगे बैन के लिए टेनिस एसोसिएशन की कड़ी आलोचना की है. महेश भूपति ने मुंबई में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन के प्रमुख अनिल खन्ना बांटों और राज करो की नीति अपना रहे हैं. उन्हें टेनिस की भलाई से कुछ भी लेना देना नहीं है."
ग़ौरतलब है कि लंदन ओलंपिक से पहले महेश भूपति ने लिएंडर पेस के साथ खेलने से मना कर दिया था. पेस और महेश भूपति के बीच तू-तू मैं-मैं की स्थिति पैदा हो गई थी. टेनिस एसोसिएशन ने इसे गंभीरता से लिया था. जवाबी कार्रवाई करते हुए टेनिस एसोसिएशन ने महेश भूपति पर बैन लगा दिया और डेविस कप टीम में उन्हें जगह नहीं दी गई.
महेश भूपति रोहन बोपन्ना के साथ डबल्स मुकाबले खेलते हैं. हालांकि प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान महेश भूपति ने बोपन्ना से इस विवाद से दूर रहने की अपील की. भूपति ने कहा कि वह 18 वर्षों से भारत के लिए खेलते आए हैं लेकिन आज जो उनके साथ हुआ है, उससे वह बुरी तरह आहत हैं. भूपति ने कहा कि टेनिस एसोसिएशन का उन्हें बैन करने का फैसला तानाशाही भरा है और वह उचित फोरम मिला तो शिकायत करेंगे. उनका कहना था कि टेनिस एसोसिएशन ने उन्हें कभी समर्थन नहीं दिया. लेकिन पूरा गुस्सा उन्होंने अनिल खन्ना पर उतारा. भूपति ने कहा कि अनिल खन्ना उनके करियर को बर्बाद करने पर अमादा है.
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