एक नये खुलासे के मुताबिक पाकिस्तानी एजेंसियां नेपाल के अलावा बांग्लादेश के रास्ते बिहार सहित पूरे देश में नकली नोट भेज रही हैं. देश की अर्थव्यवस्था को तहस-नहस करने के उद्देश्य से पाकिस्तान से नकली नोटों की खेप का यहां पहुंचाने का सिलसिला जारी है. इस काम में लगीं पाकिस्तानी एजेंसियां नेपाल के अलावा बांग्लादेश के रास्ते भारत में नकली नोट भेज रही हैं. हाल में ही एसटीएफ ने भागलपुर में जो नकली नोट बरामद किये हैं, उनकी छानबीन के दौरान यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ.
नोटों को इतनी बारीकि से तैयार किया गया है कि विशषज्ञों के बगैर उसकी पहचान मुश्किल थी. एसटीएफ की एसओजी ग्रुप ने एसआई मो. साबरी के नेतृत्व में शनिवार की रात भागलपुर के सबौर में छापेमारी कर नकली नोटों के तस्कर राजेश मंडल को गिरफ्तार किया. उसके पास से 1.45 लाख के नकली नोट बरामद किये गये. बरामद सभी नोट 1000 और 500 के थे. एसटीएफ ने भागलपुर में ही पिछले महीने राजेश जायसवाल नामक एक शख्स के ठिकाने पर छापेमारी की थी. हालांकि उस वक्त राजेश तो हाथ नहीं आया, पर उसके किराये के मकान से 2.65 लाख की नकली भारतीय मुद्रा मिली थी. शनिवार की रात गिरफ्तार किये गये राजेश मंडल ने पूछताछ के क्रम में कई चौंकाने वाले खुलासे किये.
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक नकली नोट पाकिस्तान में छपते हैं. इन नकली नोटों को पहले बांग्लादेश भेजा जाता है और फिर बॉर्डर पार कराकर भारतीय सीमा में पहुंचा दिया जाता है.वहां से पश्चिम बंगाल, कटिहार और नवगछिया होते हुए नकली नोटों को भागलपुर लाया जाता है. नकली नोटों के कागज और उसकी छपाई की क्वालिटी इतनी बेहतरीन है कि साधारण व्यक्ति के लिए उसे पहचान पाना आसान नहीं होता.
बरामद नकली नोट भी इस तरह के हैं. जब एक पढ़ी लिखी महिला को नोट पहचानने के लिए दिया गया, तो वह असली और नकली का फर्क नहीं कर पाई. पूछताछ के क्रम में राजेश ने एसटीएफ के समक्ष कई और खुलासे किये. उसने नोटों को चलाने के लिए गरीब महिलाओं का इस्तेमाल करने की भी बात कही. उसने अधिकारियों को बताया कि महिलाओं को आधी से कम कीमत पर नकली नोट दिये जाते हैं. 230 रुपये के बदले 500 और 460 रुपये के बदले 1000 का नकली नोट मिलता है.
एसटीएफ के मुताबिक अब तक की छानबीन में इस गिरोह से जुड़े कई लोगों के नाम सामने आये हैं जिसमें भागलपुर के गोपालपुर का रहनेवाला गोपाल झा नाम का शख्स भी शामिल है. नकली नोटों के रैकेट का वह महत्वपूर्ण हिस्सा है. उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं.
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