केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोयला ब्लॉक हासिल करने के लिए अपनी संपत्ति के आंकड़ों और तथ्यों में गड़बड़ी करके कथित आपराधिक साजिश रचने वाली पांच कंपनियों के खिलाफ मामले दर्ज करने के बाद मंगलवार को देश में करीब 30 स्थानों पर छापेमारी की। इनमें से एक प्राथमिकी में कांग्रेसी सांसद विजय दर्डा का नाम शामिल है।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि सीबीआई ने प्राथमिकी में पांच कंपनियों जेएलडी यवतमाल एनर्जी लिमिटेड, विनी आयर एंड स्टील, नवभारत स्टील, जेएएस इंफ्रास्ट्रकचर और एएमआर आयरन एंड स्टील के 20 निदेशकों तथा अज्ञात सरकारी अधिकारियों का नाम शामिल किया है। जेएलडी यवतमाल के एक निदेशक कांग्रेस सांसद विजय दर्डा हैं।
सीबीआई द्वारा प्राथमिकी और छापेमारी ऐसे समय हुई है जब कोयला ब्लाक आवंटन को लेकर कैग रिपोर्ट पर विवाद चल रहा है और इस मुद्दे पर संसद ठप है। हालांकि सीबीआई ने कहा कि उसकी कारवाई का कैग रिपोर्ट से कोई लेना देना नहीं है और यह काफी समय से लंबित थी। सीबीआई ने दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, पटना, हैदराबाद, धनबाद और नागपुर में करीब 30 ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी कुछ कंपनियों के मालिकों के यहां भी की गई।
एजेंसी ने विज्ञप्ति में कहा कि कोयला ब्लाक आवंटन को लेकर मामले दर्ज किए गए हैं। कुछ कंपनियों के प्रमोटरों ने कोयला ब्लाक के आवंटन के बाद कथित रूप से अपने हिस्से को अनियमित तरीके से बेचा। सीबीआई सूत्रों ने कहा कि एक प्राथमिकी में जेएलडी यवतमाल एनर्जी लिमिटेड के निदेशक के तौर पर दर्डा का नाम शामिल किया गया है। इस कंपनी को योग्यता को लेकर गलत तथ्य देकर कथित आपराधिक साजिश के कारण छत्तीसगढ़ में फतेहपुर पूर्व कोयला ब्लाक मिला था।
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