बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए जदयू अगले वर्ष मार्च महीने में नई दिल्ली में रैली करेगा. इससे पहले पटना के गांधी मैदान में 4 नवम्बर को अधिकार रैली होगी. यह बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को जदयू कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कही.
नितीश कुमार ने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जाना बिहार के हक पर कुठाराघात है. विशेष राज्य के दर्जे के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया जाना बेहद जरूरी है.
बिहार को हक दिलाने के लिए हम अपना मुहिम चलाते रहेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार की हकमारी के खिलाफ एवं विशेष राज्य के दज्रे के लिए ही जदयू द्वारा अधिकार रैली की जा रही है. उन्होंने कहा कि हमने विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया. सवा करोड़ लोगों के हस्ताक्षर प्रधानमंत्री को सौंपा. इसी आधार पर अंतर मंत्रालय समूह का गठन हुआ, किंतु इसने विशेष राज्य के दर्जे की मांग को रिजेक्ट कर दिया.
जदयू 2009 से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहा है. दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 19 सितम्बर को बेतिया से अधिकार यात्रा का शुभारंभ करेंगे. इस दौरान वे प्रतिदिन दो जिलों में सभाओं को संबोधित करेंगे. इस यात्रा में मुख्यमंत्री न तो सरकारी गाड़ी का उपयोग करेंगे और न ही जिला अतिथिगृह में ठहरेंगे. यात्रा के दौरान वे पार्टी कार्यकर्ताओं के यहां ठहरेंगे और पार्टी की गाड़ी का ही इस्तेमाल करेंगे.
19 सितम्बर से 14 अक्टूबर तक चलने वाली इस यात्रा में 32 जिलों में अधिकार रैली होगी. इसके बाद मुख्यमंत्री शेष बचे छह जिलों पटना, नालंदा, जहानाबाद, अरवल, शेखपुरा और लखीसराय में आमसभा के माध्यम से लोगों को रैली में आने का निमंत्रण देंगे. इस यात्रा का पूरा खर्चा जदयू कार्यालय उठायेगा. इस अवसर पर जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह एवं जल संसाधन मंत्री सह रैली के संयोजक विजय कुमार चौधरी ने कहा कि रैली को सफल बनाने के लिए जदयू कार्यकर्ताओं ने पूरी ताकत झोंक दी है.
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