दिल्ली की तर्ज पर अब राजधानी में ‘रांची हाट’ बनेगा। यह हाट रांची लेक के किनारे खाली पड़ी 40 हजार वर्गफीट जमीन पर बनेगा। इसमें विभिन्न राज्यों के ओपन स्टॉल लगाए जाएंगे।
नगर निगम के सीईओ दिपांकर पंडा, डिप्टी सीईओ गोपालजी तिवारी और अभियंताओं ने रांची हाट बनाने को लेकर शुक्रवार को रांची लेक के किनारे खाली जमीन का निरीक्षण किया। सीईओ ने खाली पड़ी जमीन की मापी कर नक्शा बनाने का निर्देश दिया। नक्शा बनने के बाद इसे केंद्रीय पर्यटन विभाग को सौंपा जाएगा। वहां से फंड मिलने के बाद हाट का निर्माण शुरू होगा। हाट में ओपन फूड प्लाजा व क्राफ्ट बाजार भी होगा
रांची लेक के किनारे सेवा सदन अस्पताल के सामने से रोटरी पार्क तक लगभग 40 हजार वर्गफीट जमीन खाली है। फिलहाल कंटीले तार से इसकी घेराबंदी की गई है। रांची हाट में ओपन फूड प्लाजा और क्राफ्ट बाजार भी होगा। इसमें 100-100 वर्गफीट के स्टॉल बनाए जाएंगे। हाट में विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक धरोहर के स्टॉल भी लगेंगे। नगर विकास विभाग की ओर से मिले 86 लाख रुपए से लेक के किनारे नाली बना कर इसके ऊपर वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही नाली के किनारे विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए जाएंगे, ताकि यहां का वातावरण स्वच्छ और सुंदर रहे। लाइटिंग की भी पर्याप्त व्यवस्था होगी।
रांची लेक के किनारे स्थित रोटरी पार्क का आनंद अब आम लोग उठा सकेंगे। पिछले तीन वर्षों से बंद इस पार्क को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। सील पार्क को खोलने का निर्देश नगर निगम के सीईओ दिपांकर पांडा ने शुक्रवार को दिया। पांडा ने पार्क का निरीक्षण किया और निगम के इंजीनियरों को पार्क में उग आई जंगली घास को काट कर पार्क की सफाई करने का निर्देश दिया। मौके पर डिप्टी सीईओ गोपालजी तिवारी ने कहा कि पार्क का संचालन आम लोगों के हाथ में दिया जाएगा। इसके लिए एक ट्रस्ट बनेगा। पार्क से होने वाली आय से ही इसका मेंटेनेंस किया जाएगा। निगम को अलग से पैसा खर्च नहीं करना होगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें