महाराष्ट्र सरकार ने वरिष्ठ मंत्री छगन भुजबल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को अनुमति प्रदान कर दी है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को 18 जुलाई को लिखे पत्र में एसीबी ने जांच करने की अनुमति मांगी थी। इससे पूर्व भाजपा नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि भुजबल ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए दिल्ली के महाराष्ट्र सदन का ठेका अपने रिश्तेदारों की कंपनियों को दिया। सूत्रों ने कहा कि गृह विभाग ने जांच के लिए एसीबी को अपनी अनुमति प्रदान कर दी है। किसी लोकसेवक के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई के लिए इस तरह की अनुमति की जरुरत है।
भुजबल राकांपा से है और वह जन कार्य मंत्री हैं। उनके खिलाफ जिस गह मंत्रालय ने जांच की अनुमति प्रदान की है उसे उन्हीं की पार्टी के आरआर पाटिल देख रहे हैं। भुजबल ने भ्रष्टाचार के आरोपों से इंकार किया है।
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