यूपीए सरकार से तृणमूल कांग्रेस के बाहर होने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित कांग्रेस के शीर्ष नेता शुक्रवार शाम भविष्य की रणनीति तय करने के लिए बैठक करेंगे। तृणमूल कांग्रेस के मंत्रियों के इस्तीफा सौंपे जाने की खबरों के बीच सोनिया की अध्यक्षता में आज शाम कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक निर्धारति की गई है।
ममता बनर्जी द्वारा समर्थन वापसी की घोषणा किए जाने के बाद कांग्रेस कोर ग्रुप की यह दूसरी बैठक है। सरकार लोकसभा में 19 सदस्यों वाली तृणमूल के समर्थन वापस लिए जाने के बाद भी अपने पास पर्याप्त बहुमत होने को लेकर आश्वस्त है। 15 सदस्यीय यूपीए गठबंधन में तृणमूल कांग्रेस दूसरा सबसे बड़ा घटक दल थी।
डीजल के दामों में वृद्धि, रियायती सिलेंडरों की संख्या 6 तय किए जाने और रीटेल सेक्टर में एफडीआई की अनुमति देने के फैसले को वापस लिए जाने की अपनी मांग पर केंद्र को झुकते न देख ममता ने कल कोलकाता में कहा था कि उनकी पार्टी के सभी छह मंत्री प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इस्तीफे सौंपेंगे।
यूपीए सरकार में तृणमूल कांग्रेस के एक कैबिनेट मंत्री सहित कुल छह मंत्री हैं। तृणमूल के समर्थन वापस लेने के बाद लोकसभा में यूपीए की संख्या 273 से घटकर 254 रह जाएगी और गठबंधन को सदन में बहुमत के लिए समाजवादी पार्टी (22) और बसपा (21) पर निर्भर रहना पड़ेगा। साधारण बहुमत के लिए सरकार को 545 सदस्यों वाले सदन में कम से कम 273 सांसदों के समर्थन की आवश्यकता है।
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