- जिलाधिकारी जारी करते हैं तुगलकी फरमान !
- कार्य के आधार पर चिकित्सक का फोटो सार्वजानिक स्थल पर टांगने का निर्देश !
- चिकित्सकों ने कहा जिलाधिकारियों का भी फोटो टंगे !
बिहार के कैमूर जिले के जिलाधिकारी द्वारा अच्छे और खराब काम करने वाले पांच-पांच चिकित्सकों की तस्वीरें सार्वजनिक स्थलों पर टांगे जाने के निर्देश का मामला अब तूल पकड़ लिया है। भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) की बिहार इकाई ने इस निर्देश को वापस लेने की मांग की है तथा चेतावनी भी दी है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो राज्य के चिकित्सक आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे।
बिहार आईएमए के अध्यक्ष डॉ़ अरूण कुमार ठाकुर ने बुधवार को कहा कि अगर चिकित्सकों के काम के आधार पर तस्वीर टांगने का निर्देश दिया गया है तो राज्य के मुख्य सचिव से सक्षम और असक्षम जिलाधिकारियों और सचिवों के साथ अन्य महकमों के अधिकारियों की तस्वीरें भी सार्वजनिक करने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी का यह निर्देष बिहार सेवा संहिता के खिलाफ है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को कैमूर के स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी जय सिंह ने सिविल सर्जन को अच्छा और खराब काम करने वाले पांच-पांच चिकित्सकों के की तस्वीर सार्वजनिक स्थलों पर टांगने का निर्देश दिया था। इस निर्देश के बाद से ही कैमूर के चिकित्सकों में रोष है। कैमूर के चिकित्सकों ने एक बैठक कर यह निर्देश सात दिनों के भीतर वापस लेने की मांग की है नहीं तो जिले के तमाम चिकित्सक सड़क पर उतरने को बाध्य हो जाएंगे।
बिहार के कैमूर जिले के जिलाधिकारी द्वारा अच्छे और खराब काम करने वाले पांच-पांच चिकित्सकों की तस्वीरें सार्वजनिक स्थलों पर टांगे जाने के निर्देश का मामला अब तूल पकड़ लिया है। भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) की बिहार इकाई ने इस निर्देश को वापस लेने की मांग की है तथा चेतावनी भी दी है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो राज्य के चिकित्सक आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे।
बिहार आईएमए के अध्यक्ष डॉ़ अरूण कुमार ठाकुर ने बुधवार को कहा कि अगर चिकित्सकों के काम के आधार पर तस्वीर टांगने का निर्देश दिया गया है तो राज्य के मुख्य सचिव से सक्षम और असक्षम जिलाधिकारियों और सचिवों के साथ अन्य महकमों के अधिकारियों की तस्वीरें भी सार्वजनिक करने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी का यह निर्देष बिहार सेवा संहिता के खिलाफ है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को कैमूर के स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी जय सिंह ने सिविल सर्जन को अच्छा और खराब काम करने वाले पांच-पांच चिकित्सकों के की तस्वीर सार्वजनिक स्थलों पर टांगने का निर्देश दिया था। इस निर्देश के बाद से ही कैमूर के चिकित्सकों में रोष है। कैमूर के चिकित्सकों ने एक बैठक कर यह निर्देश सात दिनों के भीतर वापस लेने की मांग की है नहीं तो जिले के तमाम चिकित्सक सड़क पर उतरने को बाध्य हो जाएंगे।
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