ईरानी तेल खरीदने पर रोक और इस्लामिक रिपब्लिक पर राजनीतिक दबाव के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमत बढ़ जाएगी। यह बात पेट्रोलियम मंत्री रुस्तम कासमी ने कही। कासमी ने पहली बार एक विदेशी समाचार एजेंसी को साक्षात्कार दिया है। उन्होंने समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती से कहा, "यदि उत्पादक देश को कठिनाई और पाबंदी झेलनी पड़ी, तो बाजार में उसके अनुरूप ही प्रतिक्रिया होगी। जिसके कारण कीमत बढ़ जाएगी।"
यूरोप द्वारा ईरानी तेल पर जुलाई में रोक लगाने के बाद से ईरान के तेल निर्यात में लगभग 40 फीसदी गिरावट आई है। ईरान के पेट्रोलियम मंत्री के मुताबिक इस्लामी गणतंत्र में अभी रोजाना 40 लाख बैरल कच्चे तेल का उत्पादन होता है, जिसका आधा निर्यात होता है।
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