शीतकालीन सत्र की हंगामेदार शुरुआत के बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी को करारा झटका लगा. उनकी पार्टी के द्वारा पेश किया गया अविश्वास प्रस्ताव जरूरी समर्थन ना मिल पाने की वजह से लोकसभा में गिर गया.
संसद की कार्यवाही शुरू होते ही तृणमूल कांग्रेस नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था. साथ ही लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता और वरिष्ठ बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने लोकसभा में स्पीकर को एफडीआई पर चर्चा और वोटिंग के लिए नोटिस दिया. (टीएमसी) के प्रस्ताव को सिर्फ बीजेडी से ही समर्थन मिल पाया.
सत्र की शुरुआत विपक्ष के जोरदार हंगामे के साथ हुई. करीब 12 बजे ही राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर तक के लिए स्थगित कर दी गई. बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने एससी-एसटी आरक्षण विधेयक को लेकर हंगामा शुरू किया तो टीएमसी और बीजेपी ने एफडीआई को लेकर.
गुरुवार को संसद का सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एफडीआई के मुद्दे पर सभी पार्टियों से सरकार का साथ देने की अपील की. उन्होंने कहा कि देश को निवेश की जरूरत है. सरकार हरेक मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है.' इसके जवाब में बीजेपी नेता बलबीर पुंज ने कहा कि पीएम के इस बयान का कोई मतलब नहीं है.
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