16 नवंबर से शुरू होने वाला प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जापान दौरा स्थगित कर दिया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक, जापान के राजनीतिक घटनाक्रम की वजह से ऐसा किया गया है। दौरे की तारीख बाद में दोनों देशों की सुविधा से फिर तय की जाएगी।
प्रधानमंत्री का नोमपेन्ह में 18 से 20 नवंबर तक आसियान शिखर बैठक में शामिल होने का कार्यक्रम पहले की तरह रहेगा। उल्लेखनीय है कि जापान के प्रधानमंत्री योसीहीको नोदा ने जापानी संसद को भंग करने का ऐलान किया था। बाद में वहां 16 दिसंबर को आम चुनाव करवाने का ऐलान किया गया। राजनयिक सूत्रों के मुताबिक, नए प्रधानमंत्री दिसंबर के मध्य में कार्यभार ग्रहण करेंगे, इसलिए सिंह का दौरा इस साल होना मुमकिन नहीं लगता है। सूत्रों के मुताबिक, जापान में राजनीतिक अस्थिरता के मद्देनजर प्रधानमंत्री का वहां जाना उचित नहीं होता।
जापान दौरे में न केवल परमाणु सहयोग समझौते को अंतिम रूप देने पर चर्चा होनी थी, बल्कि भारत के ढांचागत क्षेत्र में 15 अरब डॉलर के जापानी निवेश को लेकर भी समझौतों की तैयारी हो चुकी थी। जापान पहले से ही माल परिवहन के लिए विशेष दिल्ली-मुंबई रेल लाइन (दिल्ली-मुंबई फ्रेट कॉरिडोर) बनाने में सहयोग दे रहा है। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, यह रेल लाइन 2017 मार्च तक पूरी होने की उम्मीद है। दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में द्वीपों को लेकर चीन और जापान के बीच तनाव के मद्देनजर दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच क्षेत्र के सुरक्षा माहौल पर भी चर्चा होनी थी। भारत और जापान ने सामरिक साझेदारी को मजबूती देने के लिए हर साल शिखर बैठक करने का फैसला किया था। दोनों ने हाल के बरसों में सुरक्षा मसलों पर नियमित चर्चा की है।
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