राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के विचारक एस. गुरुमूर्ति ने मीडिया पर आरोप लगाया कि वह उनके विचारों को राजनीतिक रंग देकर प्रस्तुत कर रहा है। अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए उन्होंने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष नितिन गडकरी को पत्र लिखा और पूर्ति मामले में उन्हें फिर से क्लिन चिट दी। उनके मुताबिक गडकरी ने इसमें कुछ भी गलत नहीं किया। गुरुमूर्ति पहले भी गडकरी को क्लिन चिट दे चुके हैं। लेकिन बाद में ट्विटर पर उन्होंने इससे इंकार किया। बुधवार को उन्होंने एक बार फिर गडकरी को पूर्ति मामले में क्लिन चिट दे दी।
अपने विचारों से पैदा हुए विवादों के बीच गुरुमूर्ति ने गडकरी को पत्र लिखकर कहा, "मैं छह नवंबर को भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में व्यक्त अपने विचारों को औपचारिक रूप से दर्ज कराना चाहता हूं। बैठक में मैंने अपनी जांच के आधार पर स्पष्ट किया था कि आपने न तो नैतिक और न ही कानूनी दृष्टि से कोई गलती की।" उन्होंने लिखा, "मैं एक बार फिर यह कहना चाहता हूं कि अपनी जांच के आधार पर मैंने पाया और 'द न्यू इंडियन एक्सप्रेस' के स्तम्भ में लिखा कि पूर्ति मामले में आपने नैतिक या कानूनी दृष्टि से कोई गलत कार्य नहीं किया है।"
गुरुमूर्ति ने लिखा, "मैंने पूर्ति के कागजातों की जांच करने के बाद अपने विचार व्यक्त किए। लेकिन मुझे लगता है कि मीडिया का एक धड़ा मेरे पेशेवर विचारों को राजनीतिक रंग दे रहा है। आप इसे भाजपा की कोर कमेटी के सदस्यों के ध्यान में ला सकते हैं, जो कमेटी की बैठक में उस वक्त मौजूद थे जब मैंने अपनी बात रखी थी।"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें