मप्र सरकार को बदनाम करने की साजिश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 16 नवंबर 2012

मप्र सरकार को बदनाम करने की साजिश


 मध्य प्रदेश के उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कटनी जिले में सुनिया बाई द्वारा आत्मदाह किए जाने की वजह उद्योग के लिए जमीन का अधिग्रहण मानने से साफ इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि आत्मदाह की वजह पारिवारिक है और कुछ लोग राजनीतिक लाभ उठाने के लिए सरकार को बदनाम करने में लगे हैं। ज्ञात हो कि डोकरिया गांव में दीपावली की रात सुनिया बाई ने आत्मदाह कर लिया था। आत्मदाह की वजह वेलस्पन कम्पनी के बिजली संयंत्र के लिए जमीन का अधिग्रहण बताया गया है। 

विजयवर्गीय ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में सरकार का बचाव करते हुए कहा कि सुनिया बाई पारिवारिक हालात के चलते तनाव में थी और इसी वजह से उसने आत्मदाह किया है। वहीं एक अन्य किसान रामप्यारे ने तनाव के चलते चूहामार दवा खाई है और उसका इलाज चल रहा है। मंत्री का कहना है कि पिछले दिनों इंदौर में हुई इन्वेस्टर्स मीट (निवेशक सम्मेलन) से विरोधी घबराए हुए हैं और वे सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी क्रम में जमीन अधिग्रहण को सुनिया बाई के आत्मदाह की वजह बता रहे हैं, जबकि ऐसा नहीं है। सुनिया बाई के पति छक्का के छह भाई हैं और उनकी कुल जमीन 12़ 6 एकड़ है, जिसमें से सिर्फ 4़ 6 एकड़ जमीन का ही अधिग्रहण किया गया है। इसके एवज में 18 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाना है। पारिवारिक विवाद के चलते मुआवजे की राशि का चेक नहीं लिया गया है। 

उन्होंने कहा कि जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई एक वर्ष पूर्व हो चुकी है और अब आंदोलन हो रहा है, इससे साफ है कि किसानों को कुछ लोग भड़का रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा का सहयोगी जनता दल (युनाइटेड) इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है, क्या उससे कोई बात हुई है तो उनका कहना था कि जद(यु) से चर्चा की जाएगी। 

विजयवर्गीय ने बताया कि जमीन का अधिग्रहण किसानों से चर्चा के बाद ही किया गया है। सरकार पुनर्वास नीति के मुताबिक काम कर रही है। इतना ही नहीं, वेलस्पन कम्पनी किसानों के कल्याण के काम भी लंबे समय से कर रही है। सरकार की ओर से सुनिया बाई के परिजनों को 17 नवंबर को 50 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। विजयवर्गीय के मुताबिक वेलस्पन कम्पनी यह संयंत्र 12 हजार करोड़ रुपये की लागत से स्थापित कर रहा है। इस संयंत्र से 2000 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा और 4000 लोगों को रोजगार मिलेगा।

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