देशभर में प्रकाश पर्व दीपावली उत्साह और उमंग के साथ मनाया जा रहा है। यह पर्व अंधकार पर प्रकाश की विजय और लोगों के जीवन में खुशियां, शांति एवं संपन्नता लाने का प्रतीक है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित देश के प्रमुख शहरों में सार्वजनिक स्थानों पर खासा चहल-पहल देखने को मिल रहा है। दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, उत्तराखण्ड, पंजाब, हरियाणा एवं हिमाचल प्रदेश में भी पारंपरिक उत्साह के साथ दीपावली पर्व मनाया जा रहा है। दक्षिण भारत में भी इस पर्व का काफी धूम है। तमिलनाडु में तेल स्नान और पूजा के साथ इस पर्व की शुरुआत हुई।
इस बार दीपावली में पारंपरिक दीयों के साथ ही डिजाइनर दीयों की बाजार में काफी धूम रही। सामान्य मोमबत्तियों की जगह सुगंधित मोमबत्तियों को लोगों ने चाव से खरीदा। इसके अलावा चीन निर्मित दीये, लैम्प, लाइट और रेडीमेड रंगोलियां भी बाजार में छाई रहीं। आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में इस पर्व का उत्साह कुछ कम दिखाई दे रहा है क्योंकि वहां आए चक्रवाती तूफान नीलम की वजह से तटीय जिलों में बचाव कार्य अब भी जारी है। मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी ने भी किसानों को हुए नुकसान को देखते हुए दीपावली नहीं मनाने का फैसला किया है।
तमिलनाडु में भी दियों और पटाखों की धूम देखी गई। पूरे राज्य में लोगों ने दिवाली के अवसर पर अहले सुबह उठकर नए परिधानों में पूजा-अर्चना की और फिर से पटाखे जलाए। लोगों ने पड़ोसियों, रिश्तेदारों और दोस्तों को दिवाली की बधाइयां दी। सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने वाले जे मुरलीधरन ने बताया, "हमेशा की तरह दिवाली की शुरुआत भोर को पटाखे जलाने के साथ हुई। पारंपरिक तेल स्नान के बाद हम मंदिर गए। इस बार पटाखों की कीमत बम के बराबर हो गई है।"
ज्यादातर घरों में सुबह से ही दिवाली की बधाई देने के लिए फोन का बजना शुरू हो गया था। दिनभर लोग घरों को सजाने में व्यस्त रहे, शाम होते ही दीये जलाने और लक्ष्मी पूजा में जुट गए। पश्चिम बंगाल में आज के दिन काली पूजा की धूम है। देश के अलावा विदेशों में भी दीपावली उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। अमेरिका एवं दुबई में भारतीय साड़ियां, दीये और सजावट के सामान बेचने वाली दुकानों पर काफी भीड़ देखी गई। अमेरिका में तुलसी गब्बार्ड अमेरिकी कांग्रेस में स्थान बनाने वाली भारतीय मूल की पहली महिला बनी हैं। उन्होंने प्रकाश पर्व पर अपनी शुभकामनाएं दी हैं। उधर, व्हाइट हाउस में भी इस पर्व का आयोजन किया जा रहा है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें