लोकआस्था का महापर्व छठ |
गंगा तट के अदालतगंज घाट पर सोमवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अघ्र्य देकर लौट रहे व्रतियों के बीच भगदड़ मचने और चचरी पुल के टूट जाने के बाद हुए हादसे में 17 लोगों की जानें चली गईं, जिसके बाद उदीयमान सूर्य को अघ्र्य के लिए सुबह सभी घाटों पर इंतजाम और पुख्ता कर दिए गए थे।
पटना में कई पूजा समितियों द्वारा भगवान भास्कर की मूर्ति स्थापित की गई थी। कई स्थानों पर पूजा समितियों द्वारा लाइटिंग की व्यवस्था की गई थी। पटना के गंगा तट के छह घाटों के समीप व्रतियों के अघ्र्य देने के लिए अस्थायी तालाब बनाए गए थे जबकि गंगा की धारा दूर होने के कारण पांच घाटों पर चचरी पुल का निर्माण कराया गया था। इधर दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सासाराम, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर, बेतिया और मोतीहारी सहित सभी जिलों के गांव से लेकर शहरों तक लोग छठ पर्व की भक्ति में डूबे रहे। उल्लेखनीय है कि शनिवार को नहाय-खाय के साथ लोक आस्था का यह महापर्व प्रारम्भ हुआ था।
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