उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था के बिगड़ रहे हालात को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते सपा कार्यकर्ताओं के उत्पात को उन्हें रोकना चाहिए। भाजपा प्रदेश इकाई के प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा, "प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। कभी सपा के कार्यकर्ता तो कभी प्रशासन के बिगडै़ल अधिकारी कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती पेश कर रहे हैं। ऐसे लोगों से मुख्यमंत्री को सख्ती से निपटना चाहिए।"
पाठक ने कहा कि सूबे के कई शहरों में आए दिन सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं का उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है। पुलिस भी लाचार है। कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाने के बजाए उन्हें नियंत्रित किया जाना चाहिए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गोंडा प्रकरण के अलावा इटावा के क्षेत्राधिकारी ने राज्य पुलिस विभाग के मुखिया पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया था, लेकिन इन मामलों की जांच कराने के बजाय उल्टे शिकायतकर्ताओं पर ही जांच बिठा दी गई। यदि किसी अधिकारी पर आरोप लगते हैं तो उसकी निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए।
पाठक ने कहा कि ताजा मामला अम्बेडकर नगर का है। वहां के सपा विधायक से कथित तौर पर हत्या की धमकी मिलने पर नायब तहसीलदार ने सारा मामला मीडिया के सामने उजागर कर दिया था। मामले की पूरी छानबीन किए जाने के बजाय उल्टे तहसीलदार के खिलाफ ही जांच बिठा दी गई। अब आलम यह है कि नायब तहसीलदार बैजनाथ मौर्य तीन दिन की छुट्टी पर चले गए हैं। पाठक ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से सूबे का माहौल खराब हो रहा है। इसलिए सपा प्रदेश अध्यक्ष को चाहिए कि अपने नेताओं और अधिकारियों पर नकेल कसें।
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