पुराने हैदराबाद में फिर भड़की हिंसा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 16 नवंबर 2012

पुराने हैदराबाद में फिर भड़की हिंसा


हैदराबाद के पुराना शहर इलाके में चारमीनार के समीप शुक्रवार को एक बार फिर हिंसा भड़क उठी। बेकाबू भीड़ द्वारा किए गए पथराव और पुलिस के लाठीचार्ज में कम से कम सात लोग घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले भी दागे गए। गुस्साए लोगों ने चार वाहनों में आग लगा दी और कई अन्य वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। गड़बड़ी ऐतिहासिक मक्का मस्जिद में जुम्मे की नमाज अदा किए जाने के तुरंत बाद फैली। मस्जिद से बड़ी संख्या में निकले लोगों ने 'सलाम' अदा करने के लिए चारमीनार की ओर बढ़ने का प्रयास किया। पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बल के जवानों ने हालांकि बेरिकेड लगाकर लोगों को रोक दिया।

प्रदर्शनकारियों ने शुरुआत में पुलिस के खिलाफ नारे लगाए और प्रतिबंध में छूट देने की मांग की। बाद में उन्होंने पुलिसकर्मियों पर पथराव करना शुरू कर दिया तथा कई वाहनों एवं दुकानों पर हमला किया। चारमीनार के समीप तीन तरफ से पथराव किया जा रहा था। उसी दौरान पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। पुलिस ने कहा कि उसके बाद से स्थिति नियंत्रण में है। चारमीनार के आसपास के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।

राज्य की गृह मंत्री सबिता इंद्रा रेड्डी ने शीर्ष पुलिस अधिकारियों से स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने में सहयोग देने की अपील की। सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील पुराने शहर में पिछले दो हफ्तों से हिंसा की छिटफुट घटनाएं होती रही हैं। विवाद चारमीनार से सटे धार्मिक स्थल का विस्तार किए जाने को लेकर है। आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने पांच नवम्बर को आदेश दिया था कि 30 अक्टूबर को जो स्थिति थी, वैसी ही बनाए रखी जाए।

गत रविवार को सरकार ने उक्त ढांचे पर एक छतरी बनाने की अनुमति दी थी, जिसे कथित तौर पर अदालत के आदेश का उल्लंघन बताकर उसके विरोध में हिंसक प्रदर्शन किए जा रहे हैं। उधर, राज्य सरकार का दावा है कि उसने अदालत के आदेश को लागू करने के लिए छतरी निर्माण की अनुमति दी थी। उल्लेखनीय है कि मजलिसल-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) ने इसी मुद्दे पर सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। सात विधायकों वाली इस पार्टी ने कांग्रेस सरकार पर सांप्रदायिक तत्वों के साथ सांठगांठ का आरोप लगया है।

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