बिहार की राजधानी पटना में गंगा नदी के अदालतगंज घाट पर सोमवार को हुए हादसे की जांच गृह सचिव आमिर सुबहानी करेंगे। इसका निर्देश बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव को दिया है। मुख्यमंत्री ने सोमवार की देर रात एक संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि घटनास्थल पर कई अधिकारियों को भेजा गया था। उनके द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यह हादसा भगदड़ मचने के कारण हुआ न कि पुल टूटने के कारण। वैसे उन्होंने यह भी कहा कि पुल जरूर धंस गया था लेकिन लोगों को वहां से पीपा पुल की ओर भेजा जा रहा था।
उन्होंने कहा कि भगदड़ क्यों मची और यह हादसा क्यों हुआ इसकी जांच आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच गृह सचिव से कराई जाएगी और उनकी रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हादसे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। ऐसे हादसे दुखदायी होते हैं, हादसे से सबक लेना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि गंगा नदी के तट पर छठव्रतियों के अघ्र्य देने के लिए अदालतगंज घाट पर अस्थायी रूप से बने चचरी पुल के पास भगदड़ मच गई जिससे पुल टूट गया। इस भगदड़ में 17 लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। पुलिस के अनुसार अदालत घाट के पास से गंगा की धारा के दूर हो जाने के कारण प्रशासन द्वारा चचरी पुल बनाया गया था। शाम को अस्ताचलगामी सूर्य को अघ्र्य देकर जब हजारों छठवर्ती अपने घर लौट रहे थे, तभी यह हादसा हुआ।
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