भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा की वह टिप्पणी नामंजूर कर दी जिसमें उन्होंने पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी के इस्तीफे की मांग की थी। पार्टी ने कहा कि सिन्हा अपने बयान पर फिर से विचार करें। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की एक बैठक से निकलने के बाद भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सिन्हा की टिप्पणी 'अनुचित' है।
प्रसाद ने कहा कि पार्टी ने सिन्हा की टिप्पणी के बारे में मीडिया में आई खबरों पर संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा, "वह पार्टी के बहुत वरिष्ठ नेता हैं। सिन्हा ने आज सार्वजनिक रूप से एक बयान दिया है। वरिष्ठ नेता होने के नाते पार्टी के सभी फोरम उन्हें उपलब्ध हैं। इसके बावजूद उन्होंने अपने मन की बात को सार्वजनिक किया। पार्टी इसे उचित नहीं मानती है। हम उनसे अनुरोध करते हैं कि अपनी टिप्पणी पर वह फिर से विचार करें।"
सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि मुद्दा यह नहीं है कि गडकरी दोषी हैं या नहीं, बल्कि चिंता का विषय यह है कि इससे पार्टी के सभी नेता कलंकित हो रहे हैं। ज्ञात हो कि गडकरी पर आरोप है कि उनकी कम्पनी पूर्ति में निवेश करने वाली जिन कम्पनियों के नाम व पते उन्होंने दर्शाए हैं, वे फर्जी हैं। कम्पनी मामलों का केंद्रीय मंत्रालय निवेश के स्रोतों की जांच करा रही है। भाजपा ने हाल ही में अपने स्तर से जांच कराकर गडकरी को क्लीनचिट दे दी है। पार्टी ने जांच वित्तीय विश्लेषक एस. गुरुमूर्ति से कराई जिन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के करीबी माना जाता है।
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